दिल्ली के जहाँगीरपुरी दंगे मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने वाले असलम और दंगा भड़काने वाले मुख्य आरोपित अंसार (Ansar) का नाम भी शामिल है। आतंकियों के तर्कों से पाठकों/दर्शकों को अवगत कराना NDTV की ‘जमीनी पत्रकारिता’ रही है। ऐसे में अंसार की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से NDTV दंगा आरोपितों के बचाव में जुट गया है। यही नहीं NDTV के रिपोर्टर दंगा आरोपित को अंसार जी कहकर संबोधित कर रहे हैं। हालाँकि, इस मीडिया संस्थान का किसी आतंकवादी या फिर दंगा भड़काने वाले को ‘जी’ कहकर संबोधित करना कोई नई बात नहीं है।
दंगा आरोपितों के पक्ष में दलीलें खोज रहे एनडीटीवी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें रिपोर्टर अंसार की पड़ोसी कमलेश गुप्ता से बात करती हुई दिखाई दे रही हैं। वह दंगा आरोपित को लेकर सवाल पूछती हैं, “अंसार जी, जो आपके पड़ोसी हैं, पुलिस उन्हें यह कहकर गिरफ्तार करके ले गई है कि उन्होंने ही सारे दंगे भड़काए, उन्होंने ही बाहर जाकर सारी बहस शुरू की।
वो तीन से चार लोग अपने साथ भी लेकर गए थे और उन्होंने ही ये सारा लड़ाई-झगड़ा किया।” इस दौरान रिपोर्टर आरोपित अंसार के लिए ‘आप, उन्होंने, उनके और अंसार जी’ जैसे शब्दों का प्रयोग करती हुई नजर आ रही हैं।
#JahagirpuriViolence | “Ansar and family have been living here for 12 years and they’ve never indulged in any kind of violence. They have always helped us”: Kamlesh Gupta, main accused Ansar’s neighbour pic.twitter.com/6yWbJtnxam
— NDTV (@ndtv) April 17, 2022
यह वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने एनडीटीवी को आड़े हाथों लिया है। ट्विटर पर इंदु नाम की यूजर लिखती हैं, “हाँ बिल्कुल, बुरहान वानी भी तो एक गरीब स्कूल टीचर का बेटा था। आतंक और आतंकवादियों का पक्ष लेना, यही एनडीटीवी को दूसरों से स्पेशल बनाता है।”
Yes yes yes even Burhan Wani was a son of a poor school teacher. Keep normalizing Terror and Terrorists that’s what makes NDTV unique. https://t.co/DuDRZxwuTI
— Indu Jalali 🇮🇳 (@indujalali) April 17, 2022
वहीं हिमांशू नाम के एक यूजर ने तो NDTV का फुल फॉर्म ही चेंज करके लिख दिया। उन्होंने लिखा, “NDTV- National Defence for Terrorism and Violence। Never disappoints।”
NDTV – National Defence for Terrorism and Violence.
— ᕼIᗰᗩᑎᔕᕼᑌ G.🇮🇳 (@HimanshuG__) April 17, 2022
Never disappoints. https://t.co/LzLwKtMibV
इस पहले अगस्त 2021 में जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था। उस वक्त भी उसने (NDTV) तालिबान को अपने प्लेटफॉर्म पर जगह दी थी। खबरें थीं कि तालिबान ने अफगान के 22 सुरक्षाकर्मियों को मार डाला। यह खबर दुनिया भर में चर्चा में थी, लेकिन एनडीटीवी इसका फैक्ट-चेक लेकर आया था। उसने सीधा तालिबान के प्रवक्ता से संपर्क साधा और दिखाया कि जैसी खबर अफगान से आ रही हैं, वो तो सच नहीं है। सच वो है जो तालिबान का प्रवक्ता बताएगा, वो भी एनडीटीवी के माध्यम से।
यह तो सभी जानते हैं कि आतंकियों के लिए ‘इंडियन इंजीनियर’, ‘टीचर’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में एनडीटीवी (NDTV) का बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है। वर्ष 2020 में उसने आतंकी के लिए ‘ड्राइवर’ शब्द का इस्तेमाल कर अपना ट्रैक रिकॉर्ड और भी दुरुस्त कर लिया था। जिस आतंकी के लिए उसने ड्राइवर शब्द का इस्तेमाल किया, वह करीब 40 किलो विस्फोटक लदे कार के साथ पुलवामा में हमले की फिराक में था।
बता दें कि दिल्ली के जहाँगीरपुर में हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 16 अप्रैल को निकाली गई शोभायात्रा में पत्थरबाजी करने और दंगा फैलाने (Delhi Jahangirpuri Riot) के आरोप में पुलिस ने अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने स्थानीय शांति समितियों की बैठक बुला कर इलाके में तनाव खत्म करने को कहा है। साथ ही निष्पक्ष जाँच का आश्वासन देते हुए पुलिस ने गलत ख़बरों और भ्रामक सूचनाओं को फैलने से रोकने के लिए भी उन्हें कहा। गिरफ्तार आरोपित के नाम हैं – अंसार, ज़ाहिद, शहज़ाद, मुख़्तार अली, मोहम्मद अली, आमिर, अक्सार, नूर आलम, मोहम्मद असलम, ज़ाकिर, अकरम, इम्तियाज़, मोहम्मद अली और अहीर।