किसी के बयान को तोड़-मरोड़ कर फेक न्यूज फैलाने में माहिर NDTV ने इस बार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान से छेड़छाड़ की है। NDTV ने तथ्यों को किनारे करके पीयूष गोयल के नाम पर लिखा कि उन्होंने ये कहा है कि देश जल्द ही $30 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनेगा।
इस ट्वीट को देखने के बाद NDTV के पाठक केंद्र सरकार का मजाक उड़ाने में फिर जुट गए। बताया जाने लगा कि भारत सरकार सिर्फ बातें बनाने का काम करती है और अब तक पिछले वादों को भी पूरा नहीं कर सकी है। किसी-किसी ने तो ये भी कहा कि देश 30 ट्रिलियन इकोनॉमी बनने की बजाय $30 ट्रिलियन कर्जे में डूब जाएगा।
NDTV did it again the work they known for, Miss-lead the viewers by fake news. pic.twitter.com/P4V18TbT7l
— Political Kida (@PoliticalKida) June 26, 2022
अब देखें तो ये भारत के जल्द ही $30 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की बात एनडीटीवी की तरह ही कुछ मीडिया पोर्टल्स ने भी अपने शीर्षक में की। लेकिन हकीकत क्या है? इसे जानने के लिए पीयूष गोयल का वो ओरिजनल बयान देखना होगा जिसे लेकर एनडीटीवी जैसे संस्थानों ने ऐसी जानकारी फैलाई कि लोग सरकार के साथ देश का मजाक बनाने लगे।
पीयूष गोयल ने अपने बयान में कहा था, “अगर भारत हर साल कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ के आधार पर 8 फीसद की दर से बढ़ता है तो अर्थव्यवस्था 9 सालों में दोगुनी होकर $6.5 ट्रिलियन हो जाएगी। 18 सालों में यह $13 ट्रिलियन होगी, 27 सालों में $26 ट्रिलियन और 30 साल बाद ये बढ़कर $30 ट्रिलियन हो सकती है।”
अब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान को पढ़ें तो पता चलेगा कि उन्होंने कहीं पर भी एनडीटीवी वाला दावा नहीं किया। बल्कि उन्होंने एक सुनहरे भविष्य की कल्पना की अनुमान पर की है। उन्होंने कहा है कि अगर देश की अर्थव्यवस्था एक तय दर से बढ़ेगी तो 30 साल बाद वो समय भी आएगा जब भारत $30 ट्रिलियन की इकोनॉमी होगी।
If India grows at 8% every year on a Compounded Annual Growth basis, the economy will double in about 9 years time to be $6.5 trillion.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 26, 2022
In 18 years, it will be $13 Trillion, in 27 years $26 Trillion.
30 years from now, India can be a $30 Trillion economy. pic.twitter.com/gpmiaSQsnI
केंद्रीय मंत्री के बयान से उलट एनडीटीवी ने अपनी रिपोर्ट के शीर्षक में दिखाया है कि केंद्रीय मंत्री देश को 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का दावा कर रहे हैं वो भी बहुत जल्द है। यही वजह है कि लोग भारत सरकार पर उंगली उठा रहे हैं कि 3 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी 30 ट्रिलियन डॉलर तक कैसे पहुँच सकती है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स द्वारा एनडीटीवी की यह पोल खोले जाने के बावजूद अभी तक एनडीटीवी ने इस खबर के लिखे जाने तक अपनी खबर की भाषा में कोई बदलाव नहीं किया है। उनकी खबर से अब भी साफ नहीं है कि ये देश के 30 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी होने की बात 30 सालों को लेकर कही गई है।