प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद बीबीसी ने अब आईएसआईएस की आतंकी ‘जिहादी दुल्हन’ पर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। बीबीसी ने इस डॉक्यूमेंट्री को ‘द शमीमा बेगम स्टोरी’ (The Shamima Begum Story) नाम दिया है। इस डॉक्यूमेंट्री का ब्रिटेन में जमकर विरोध हो रहा है। साथ ही, लोग बीबीसी का सब्सक्रिप्शन रिन्यू नहीं कराने की बात कह रहे हैं।
दरअसल, बीबीसी ने ‘जिहादी दुल्हन’ के नाम से कुख्यात शमीमा बेगम पर 90 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री जारी की है। इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए बीबीसी ने शमीमा बेगम का ‘चरित्र चित्रण’ की कोशिश की है। डॉक्यूमेंट्री के पॉडकास्ट ‘आई एम नॉट ए मॉन्स्टर’ के 10 एपिसोड में शमीमा बेगम की ब्रिटेन से सीरिया तक की यात्रा के बारे में बताया गया है। साथ ही उसके प्रति सहानुभूति पैदा करने की कोशिश गई है।
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में शमीमा बेगम ने कहा है कि जब वह ब्रिटेन से भागकर सीरिया पहुँची थी, तब वहाँ ISIS का एक आतंकी बस लेकर उसका इंतजार कर रहा था। उसने दावा किया है कि जब वह ब्रिटेन से भागकर सीरिया गई तो उसे आईएसआईएस के आतंक के बारे में नहीं पता था। लेकिन, बाद में उसने ISIS की भयानक करतूतों के वीडियो देखे थे। लेकिन इसके बाद उसने पीछे न हटने का फैसला किया।
‘जिहादी बेगम’ ने यह भी कहा है कि वह उत्तरी सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में रह रही है। वहाँ रहना जेल में रहने से भी बदतर है। उसने यह भी कहा है कि कम से कम जेल की सजा के बारे में यह पता होता है कि सजा कब खत्म होगी। लेकिन शरणार्थी शिविर में जो हो रहा है यह सब कब खत्म होगा पता नहीं।
ब्रिटेन में हो रहा विरोध बीबीसी का विरोध
बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री का ब्रिटेन में जमकर विरोध हो रहा है। बीबीसी द्वारा बार-बार प्रोपेगैंडा डॉक्यूमेंट्री बनाने को लेकर लोगों का कहना है कि वह अब बीबीसी को पैसे नहीं देंगे। लोग बीबीसी के सब्सक्रिप्शन को रिन्यू न कराने की भी बात कह रहे हैं। #DeFundTheBBC के साथ ब्रिटेन के लोग ट्वीट कर रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “बीबीसी ने बकवास डॉक्यूमेंट्री बनाई। बीबीसी ने उसे अपने फैसलों को सही और उचित बताने के लिए एक मंच दिया। बीबीसी, ब्रिटेन में रहने वाले लोगों का हितैषी नहीं है। वह हम पर हँसी उड़ाते हुए हमारा अपमान कर रहा है। अब समय आ गया है हम बीबीसी को पैसे नहीं देंगे।”
The @BBCNews started this bullshit with her, they gave her a platform to try and legitimise her decisions. The BBC are not a friend of the average British person, they laugh at us and insult us. It’s time to #DefundTheBBC once and for all.
— Rob 🏴🇯🇲🇮🇱 (@WadeGarret1020) February 10, 2023
एक अन्य यूजर ने कहा है, “चैनलों के माध्यम से उसे सही बताने की कोशिश हो रही है। दुष्ट शमीमा बेगम बीबीसी पर खुद को मासूम की बता रही है। बीबीसी देश के गद्दार हैं। यह लड़की जानती थी कि वह क्या कर रही है। वह ऑन रिकॉर्ड कह रही है कि मैनचेस्टर में बमबारी सही थी। लोगों ने अपने बच्चों और प्रियजनों को खो दिया।”
Switching through channels, f*cking Shamima Begum playing the innocent on BBC. The BBC are traitors to this country. This girl knew exactly what she was doing. She’s on record saying the Mcr Arena bombing was justified, people lost their children/loved ones. #DefundTheBBC
— MCFC4Heatons 💎🇬🇧 🏴 (@energylevel) February 11, 2023
15 साल की लड़की कैसे बनी ‘जिहादी दुल्हन’…?
दरअसल, साल 2015 में ब्रिटेन में रहने वाली 15 साल की शमीमा बेगम अपने दो दोस्तों खादिजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के साथ भागकर सीरिया चली गई थी। यहाँ उसने इस्लामिक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) जॉइन कर लिया था।
यही नहीं, शमीमा बेगम ने ISIS के एक आतंकी से शादी भी कर ली थी। इसके बाद से उसे पूरी दुनिया में ‘जिहादी दुल्हन’ के नाम से पहचाना जाने लगा था। शमीमा के आईएसएस में शामिल होने के बाद ब्रिटेन ने साल 2019 में उसकी नागरिकता छीन ली थी। हालाँकि, अब सीरिया में आईएसएस के खात्मे के बाद शमीमा ब्रिटेन वापस आना चाहती है। लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। शमीमा के ब्रिटेन लौटने को लेकर कोर्ट में भी मामला चल रहा है।