Sunday, November 17, 2024
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कॉन्ग्रेसी नेताओं को बचाने आगे आए राजदीप सरदेसाई: ‘RSS फूँको’ अभियान को बताया युवाओं का किया-धरा, जेनरेशन गैप को कोसा

राजदीप सरदेसाई ने कॉन्ग्रेस की पूरी हरकत को 'जनरेशन गैप' और 'कम्युनिकेशन गैप' के नाम पर जस्टिफाई करना चाहा। हालाँकि सच ये है कि न जाने कितनी बार पार्टी के बड़े नेता आरएसएस विरोधी बयान देते हैं और इसकी विचारधारा को देश के लिए घातक तक कह देते हैं।

कॉन्ग्रेस द्वारा सोशल मीडिया पर RSS विरोधी अभियान का विवादित पोस्टर डाले जाने के बाद उनकी मंशा पर जगह-जगह सवाल उठ रहे हैं। इस बीच राजदीप सरदेसाई ने कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बिलकुल दोषमुक्त दिखाने के लिए मोर्चा संभाला है। उन्होंने द लल्लनटॉप पर आने वाले ‘नेतानगरी’ शो पर कहा कि जो भी कॉन्ग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया उसके बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जानकारी नहीं थी।

शो के 29 वें मिनट के बाद वह खाकी हाफ-पैंट पर किए गए विवादित ट्वीट पर बात करते दिखे। उन्होंने कहा, “आज कल खाकी पैंट को जलाने वाला एड काफी चर्चा में हैं। लेकिन मुझे बताया गया है कि दिग्विजय सिंह और पुराने नेता सब इसके सख्त खिलाफ थे। ये सोशल मीडिया टीम ने डाला। वह इससे खुश थे। पुराने नेता तो कह ही रहे हैं कि ये गलत था।”

आगे राजदीप ने कॉन्ग्रेस को डिफेंड करते हुए कहा, “एक पुराना नेता तो ये तक कह रहा था कि उन्होंने एक प्रपोजल देना चाहा कि इस यात्रा में किसी आरएसएस व्यक्ति के घर जाइए, जिसे सीपीएम ने मारा हो। सुधींद्र कुलकर्णी समेत कई नेता कह रहे हैं कि आप आरएसएस से हर रोज नहीं लड़ सकते। आपको उन्हें अपनी तरफ करना होगा।”

राजदीप ने ऐसा दावा उस समय किया है जब राहुल गाँधी RSS को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। उन्होंने पार्टी के पुराने नेताओं के बचाव में बताया कि अब बड़े नेताओं ने कह दिया है कि अगर सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ डालना है तो उनसे भी राय माँगी जाए, ऐसे ही कुछ भी न सोशल मीडिया पर डले।

उन्होंने कॉन्ग्रेस की पूरी हरकत को ‘जेनरेशन गैप’ और ‘कम्युनिकेशन गैप’ के नाम पर जस्टिफाई करना चाहा। हालाँकि सच ये है कि न जाने कितनी बार पार्टी के बड़े नेता आरएसएस विरोधी बयान देते हैं और इसकी विचारधारा को देश के लिए घातक तक कह देते हैं।

कॉन्ग्रेस का ट्वीट

12 सितंबर को कॉन्ग्रेस के आधिकारिक अकॉउंट से इस संबंध में ट्वीट किया गया था। इसमें हाफ पैंट को फूँकते दिखाया था। साथ ही फोटो पर ‘145 दिन और’ लिखा गया था। इसके अलावा कैप्शन में कॉन्ग्रेस ने लिखा था, “देश को नफरत की बेड़ियों से मुक्त कराने और भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम दर कदम हम अपने लक्ष्य तक पहुँचेंगे।” 

इस पोस्ट के सामने आने के बाद कॉन्ग्रेस को 1984 जैसी हिंसा के लिए उकसाने का जिम्मेदार बताया गया था। BJYM अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कॉन्ग्रेस पर हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इसने 1984 में दिल्ली को जलाया और इसके इकोसिस्टम ने गोधरा में 59 हिन्दुओं को जलाया।

कॉन्ग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’

बता दें कि कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और वायनाड से सांसद राहुल गाँधी ने कंटेनरों के एक बेड़े के साथ ‘भारत जोड़ो’ यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा को कॉन्ग्रेस ने भारत को ‘एकजुट’ करने वाले कदम के रूप में दिखाने का प्रयास किया था। फिलहाल इसके लिए करोड़ों रुपए भी खर्च किए जा रहे हैं। इस बीच, कॉन्ग्रेस आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से जिस तरह की फोटो शेयर हुई, वह दिखा रही थी कि कैसे वह लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों को ‘जलाकर राख करने’ की ओर इशारा कर रहे थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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