उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों में भाजपा की बड़ी जीत के बाद अब कट्टर इस्लामी गिरोह के पत्रकारों को भी खासी निराशा हो रही है। इस सूची में नया नाम राना अय्यूब का जुड़ा है, जिन्होंने ट्विटर के माध्यम से लिखा, “मुझे लगता है कि हमें इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा कि 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे पता चल चुके हैं। विपक्षी दलों को 2029 के लिए तैयारी शुरू करने की ज़रूरत है।” राना अय्यूब ने इस ट्वीट पर रिप्लाइज ऑफ कर के रखा है।
I think we can stick our neck out and say that 2024 is a foregone conclusion. The opposition needs to start preparing for 2029.
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) March 10, 2022
बता दें कि भाजपा उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत हासिल कर रही है और बाकी के चार राज्यों गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में भी उसी की सरकार बनती दिख रही है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि पाँच राज्यों के चुनाव में आए नतीजों का विश्लेषण करने पर जो मुख्य बातें पता चलती हैं, वो काफी भ्रम में डालने वाली हैं। उन्होंने AAP का विरोध करती हुई एक ट्वीट को भी आगे बढ़ाया, जिसमें अरविंद केजरीवाल की पार्टी को सत्ता के लिए मुस्लिमों का विरोधी बताया गया है।
उन्होंने AAP का विरोध करते हुए एक अन्य ट्वीट को भी रीट्वीट किया, जिसमें कहा गया था कि राजधानी में सरकार चला रही इस पार्टी के लिए अब दिल्ली में प्रदूषण के लिए कोई बहाना नहीं होगी। राना अय्यूब ने लिखा, “कृपया मुझे ये नहीं कहिए कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण ने इस चुनाव में कोई भूमिका नहीं निभाई। केंद्रीय गृह मंत्री ने ‘कठमुल्ला, आलिया-मालिया-जमालिया’ जैसी बातें की। फाँसी पर लटके मुस्लिमों की तस्वीर वायरल की गई। ये एक बड़ा फैक्टर है।”
राना अय्यूब ने खुद के ही बयान वाले एक ट्वीट को आगे बढ़ाया। इसमें लिखा है, “जैसा कि राना अय्यूब ने कहा था, एक नैतिक रूप से भ्रष्ट राज्य में वायरस के लिए मारने को बचा ही क्या है?” उधर आरफा खानुम शेरवानी अब इस बात पर शो कर रही हैं कि जिस तरह का ‘आक्रोश’ लोगों में था, वो नतीजों में परिलक्षित नहीं हो रहा है। उन्होंने नया नैरेटिव फैलाया कि ‘योगी बनाम मोदी’ की प्रतियोगिता का क्या मकसद है?