सीबीआई ने शारदा चिट फंड घोटाले के मामले में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम पर चार्जशीट दायर की है। सीबीआई ने कहा है कि शारदा स्कैम में नलिनी चिदंबरम ने 2010 से 2012 के बीच 1.4 करोड़ रुपए लिए। उनके खिलाफ कोलकाता की अदालत में चार्जशीट दायर की गई है। नलिनी के खिलाफ शारदा कंपनियों के समूह के प्रॉपराइटर सुदीप्तो सेन के साथ मिल कर आपराधिक साजिश रचने, ठगी और रुपयों के गबन के आरोप भी लगाए गए हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुए करीब 2500 करोड़ के शारदा चिट फण्ड घोटाले का खुलासा 2013 में हुआ था। इस मामले को लेकर शारदा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं चेयरमैन सुदीप्तो सेन को गिरफ्तार भी किया गया था जिन पर फ्रॉड कर के रुपयों के गलत इस्तेमाल करने का मामला चलाया गया। उन्हें फरवरी 2014 में पश्चिम बंगाल की विधान नगर अदालत ने तीन साल की सज़ा सुनाई थी।
इसी घोटाले के मामले में ममता बनर्जी की तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के नेताओं के नाम भी सामने आए थे। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे मदन मित्रा से इस मामले में पूछताछ भी की थी। वो फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
अगर चिदंबरम परिवार की बात करें तो पी चिदंबरम पर एयरसेल-मैक्सिस मनी लॉन्डरिंग के मामले में ED ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। फिलहाल जमानत पर बाहर चिदंबरम को अदालत द्वारा कई बार राहत प्रदान किया जा चुका है। ED भी उनसे अब तक चार बार पूछताछ कर चुकी है। वहीं पी चिदंबरम व नलिनी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर भी आईएनएक्स मीडिया के लिए फॉरेन इन्वेस्टमेंट में अनियमितता बरतने का मामला चल रहा है। ED ने उन्हें पिछले वर्ष फरवरी में गिरफ़्तार भी किया था, जिसके बाद वो भी लगातार जमानत पर बाहर हैं।
आज (जनवरी 11, 2019) भी सीबीआई की विशेष अदालत ने पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ़्तारी पर 1 फरवरी तक रोक लगा दी है। इस मामले में कॉन्ग्रेस के दो नेता- कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी वकील के तौर पर चिदंबरम पिता-पुत्र की तरफ से अदालत में पैरवी कर रहे हैं।
अब शारदा चिट फंड घोटाले में नलिनी चिदंबरम का नाम आने के बाद पूरे चिदंबरम परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं।