एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर आतंकी साया मंडरा रहा है। इस बारे में सुरक्षा एजेंसियों ने खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी है। दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ की तीर्थयात्रा शांतिपूर्ण रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए इस साल जम्मू-कश्मीर को अतिरिक्त केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल उपलब्ध कराया गया है।
प्राप्त खुफिया इनपुट के अनुसार, भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा खासतौर पर प्रशिक्षित 34 पाकिस्तानी आतंकियों समेत 290 आतंकी तैयार बैठे हैं। यह भी आगाह किया गया है कि अमरनाथ यात्रा शुरू होते ही आतंकी सुरक्षा बलों को निशाना बना सकते हैं।
जाकिर मूसा का बदला लेने की कर रहे हैं तैयारी
रिपोर्ट्स के अनुसार, खुफिया इनपुट में बताया गया है कि इन आतंकियों में 130 लश्कर-ए-तैयबा, 103 हिजबुल मुजाहिदीन और 34 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हैं। इनके अलावा ISIS (जम्मू-कश्मीर) के 2 और अल बदर के 5 आतंकी शामिल हैं। बताया गया है कि अल कायदा की भारतीय ईकाई अंसार गजवातुल हिंद के 3 आतंकी भी जाकिर मूसा के मारे जाने का बदला लेने की फिराक में हैं। ये वही जाकिर मूसा है जिसे सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया था, उसके बाद से ही अंसार गजवातुल हिंद बदला लेने पर उतारू है। सुरक्षा बलों ने इन खुफिया इनपुट्स के बाद अमरनाथ यात्रा को लेकर चौकसी कड़ी कर दी है।
सुरक्षा कारणों से जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा लंगर सामग्री लेकर जा रहे ट्रकों को रोका जा रहा है। उन्हें सड़क किनारे लगवाकर खड़ा कर दिया गया है। वहीं, ट्रकों को रोके जाने की वजह भी नहीं बताई जा रही। बालटाल और पहलगाम में लगाए जाने वाले लंगर की सामग्री से भरे ट्रकों को जम्मू-कश्मीर पुलिस 20 से 22 घंटे के लिए जगह-जगह पर रोक रही है।
इस साल अब तक 115 आतंकी भेजे जा चुके हैं जहन्नुम
आतंकवादियों में डर का माहौल देखने को साफ़ मिल रहा है और वो घबराए हुए भी हैं। इस साल अब तक 115 आतंकी विभिन्न मुठभेड़ों में ढेर किए जा चुके हैं। मुठभेड़ में मारे गए ज्यादातर आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के हैं। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने कूटनीतिक प्रयासों के तहत जैश चीफ मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित कराने में सफलता हासिल की है। यही नहीं, इस साल सुरक्षा बलों ने जैश के 36 आतंकियों को ढेर करने में भी सफलता हासिल की है।
वहीं, अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर जम्मू रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालु बिना किसी डर के धार्मिक यात्रा पर आएँ क्योंकि राज्य में सुरक्षा स्थिति देश के बाकी क्षेत्रों जितनी ही अच्छी है।