सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच भारत सरकार ने लद्दाख क्षेत्र में सामरिक उद्देश्यों के लिहाज से महत्वपूर्ण सड़क निर्माण के काम में तेजी लाई है। इसके लिए कई अत्याधुनिक मशीनों को काम पर लगाया गया है। यह वही सड़क है, जिसके निर्माण को लेकर चीन ने पूर्व में आपत्ति जताई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, बीआरओ ने लेह को जोड़ने वाली उन सभी सड़कों पर दिन-रात काम जारी रखा है, जिनका काम भूस्खलन आदि कारणों से और चीन के साथ तनावपूर्ण स्थिति के कारण बीच में अवरुद्ध हो गया था।
यह सड़क निर्माण इस वजह से भी बेहद आवश्यक है, क्योंकि यह उन सशस्त्र बलों को सुविधा प्रदान करने में मददगार साबित होगा, जिनका इस्तेमाल आवश्यकता पड़ने पर भारी मशीनों और अन्य हथियारों को स्थानांतरित करने में किया जाता है।
बीआरओ के अधिकारियों के अनुसार, सड़क को काटने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से नवीनतम मशीनों को उतारा गया है और लगातार निर्माण भी किया जा रहा है। इसके अलावा, बीआरओ के श्रमिकों और काम पर रखे गए मजदूरों को सप्ताहांत और दो शिफ्टों में भी काम करने के लिए कहा गया है।
हाल ही में सीमा सड़क संगठन के अधिकारी बी किशन ने बयान दिया था कि बीआरओ को चीन की आपत्तियों से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि हमें जो भी काम दिया जाता है, हम वो करते हैं।
बताया जा रहा है कि चीन की सीमा पर मौजूदा स्थिति की गंभीरता को भाँपते हुए सड़क निर्माण के लिए कार्यबल में भी काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, बीआरओ भी सर्दियों से पहले सड़क को साफ करने के लिए भारी मशीनरी तैनात कर रहा है।
मौजूदा स्थिति में, सेना और अन्य रक्षा बलों को मशीनरी के किसी भी भारी-भरकम पार्ट को ले जाने में मदद करने के लिए BRO ने नवीनतम मशीन को इस्तेमाल में लाया है। यह भारत के किसी अन्य हिस्से में नहीं मिलेगी। बीआर किशन, कार्यकारी अभियंता अधिकारी ने समाचार एजेंसियों को दिए बयान में कहा कि ये मशीनें मानवीय जोखिम को भी कम कर रही हैं, क्योंकि हम पहाड़ों को काटने के लिए विस्फोटकों से भी निपट रहे हैं।
बीआर किशन ने कहा, “इस नई मशीन के साथ, सड़कों को बनाने की हमारी गति 10 गुना बढ़ गई है। अब हम बहुत आसानी से और तेजी से सड़कों का निर्माण कर सकते हैं, क्योंकि मशीन हमें चट्टानों को तोड़ने के लिए विस्फोटक को लगाने में भी मदद करती है।”
उन्होंने कहा कि यह सड़क निर्माण सेना की आवश्यकता के अनुसार भी हो रहा है। चीन की सीमा पर मौजूदा स्थिति के बीच, बीआरओ ने राष्ट्रीय राजमार्ग 1 पर पद्म-युलचंग-सुमडो (Padam-Yulchung-Sumdo) से खलसी तक लद्दाख के लिए एक सड़क को जोड़ा है। यह सुरक्षा बलों को सामरिक उद्देश्यों के लिए तुरंत इस तीसरे मार्ग का उपयोग करने में भी मददगार साबित होगा।