भारतीय सेना के एविएशन कॉर्प्स में अभिलाषा बराक (Abhilasha Barak) को कॉम्बैट एविएशन के रूप में शामिल किया गया है। इसी के साथ अभिलाषा इस प्रतिष्ठित विंग में शामिल होने वाली देश की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। इस अवसर पर सेना ने बुधवार (25 मई 2022) को उन्हें सम्मानित किया है। इस कॉर्प्स में शामिल होने के लिए 15 महिला अधिकारियों ने इच्छा जताई थी, लेकिन 2 अधिकारी ही टेस्ट में सफल हो पाई थीं।
सेना ने बताया कि पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट और मेडिकल के बाद चयन होने के बाद अभिलाषा ने सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। पिछले साल जून में पहली बार टेस्ट में सफल होने वाली दोनों महिला अधिकारियों को हेलिकॉप्टर पायलट ट्रेनिंग के लिए नासिक के कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में भेजा गया था।
Captain Abhilasha Barak has been awarded the Coveted Wings along with 36 Army Pilots by Director General & Colonel Commandant Army Aviation. Young Aviators are now ready to spread their wings in Combat Aviation Squadrons. (2/2)#IndianArmy#InStrideWithTheFuture pic.twitter.com/P6h5cS7g7J
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 25, 2022
फिलहाल, इससे पहले एविएशन विंग में महिलाओं को पायलट की जिम्मेदारी नहीं दी जाती थी। उन्हें एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और ग्राउंड ड्यूटी (DG) का काम करना होता था। हालाँकि, अब स्थिति बदल गई है। इससे पहले, साल 2018 में फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं।
हरियाणा की रहने वाली 26 वर्षीया अभिलाषा बराक ने अपनी स्कूली शिक्षा द लॉरेंस स्कूल, सनावर की पूरी की है। उन्होंने साल 2016 में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक की और उसके बाद अमेरिका के डेलॉइट में प्लेसमेंट हो गया।
साल 2018 में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई के माध्यम से वह भारतीय सेना में शामिल हुईं। यहाँ से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्होंने आर्मी एविएशन कॉर्प को चुना। अभिलाषा का कहना है कि वह शुरू से सेना में शामिल होना चाहती थीं। उनके पिताजी सेना के इसी विंग से साल 2011 में सेवानिवृत हुए थे। इसके बाद 2013 में उनके भाई ने भारतीय सेना ज्वॉइन की थी।