केरल के सोना तस्करी मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। कोच्चि की विशेष अदालत में एनआईए ने इस बात का संकेत देते हुए कहा है कि सोना तस्करी मामले में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की भूमिका हो सकती है।
एनआईए ने बताया कि यह जानकारी खुफ़िया इनपुट से मिली है कि सोने की तस्करी के दौरान मिले रुपयों का इस्तेमाल आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए किया गया था। इसके अलावा एनआईए ने विशेष अदालत में इस बात पर भी ज़ोर दिया कि फ़िलहाल इस संदिग्ध भूमिका की जाँच करने की ज़रूरत है।
बुधवार (14 अक्टूबर 2020) को एनआईए ने केरल सोना तस्करी मामले में कोच्चि की विशेष अदालत के सामने अपना पक्ष रखा। एनआईए ने बताया कि सोना तस्करी के कुछ आरोपितों के सम्बंध दाऊद गिरोह से हैं और वह कई बार तंज़ानिया भी जा चुके हैं। तंज़ानिया में दाऊद का नेटवर्क काफी बड़े पैमाने पर काम करता है। आने वाले समय में इस पूरे मामले में हमें और बड़े नतीजे हासिल हो सकते हैं। इसके अलावा एनआईए ने यह भी कहा कि मामले में जाँच आगे बढ़ाने के लिए सभी आरोपितों को 180 दिन की न्यायिक हिरासत में रखा जाना अत्यंत आवश्यक है।
दरअसल, आरोपितों ने अदालत में गैर क़ानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों को चुनौती दी थी। चुनौती देने के लिए यह तर्क पेश किया गया था कि तस्करी आर्थिक अपराध की श्रेणी में आती है लिहाज़ा इस प्रकरण का कोई आतंकवादी पहलू नहीं है। एनआईए ने इस दलील के जवाब में कहा था कि सोना तस्करी मामले के कुछ आरोपितों के सम्बंध राष्ट्र विरोधी ताकतों से है।
अदालत में एनआईए ने यह भी कहा कि इस मामले के आरोपित नंबर 5 केटी रमीज़ और आरोपित नंबर 13 शराफुद्दीन ने कई बार तंज़ानिया का दौरा किया था। इसके अलावा उन्होंने दाऊद के सम्पर्क वाले फिरोज़ ‘ओएसिस’से मुलाक़ात की और देश में हथियारों की तस्करी पर चर्चा की। इसके अलावा एनआईए के मुताबिक़ रमीज़ ने बताया कि तंज़ानिया में उसका हीरे का कारोबार था और उसने सोना यूएई में बेचा था।
एनआईए ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सैंक्शन कमेटी की तरफ से दाऊद पर की गई टिप्पणी का उल्लेख भी किया था। साथ ही अफ्रीका में अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ़ ट्रेज़री की तरफ से दाऊद गैंग की गतिविधियों पर प्रकाशित फैक्ट शीट भी जोड़ी गई है। इसके पहले रमीज़ कोझिकोड हवाई अड्डे पर रिवॉल्वर के साथ पकड़ा जा चुका था और पकड़े जाने पर उसने कहा था कि वह शूटिंग एसोसिएशन का सदस्य था।