संसद सुरक्षा में हुई चूक के मामले में मुख्य आरोपित ललित झा ने 15 दिसंबर को दिल्ली पुलिस के थाना विजय पथ में सरेंडर कर दिया था। अब पुलिस उस से पूछताछ में जुटी हुई है। पुलिस ने ललित की निशानदेही पर उसके मोबाइल फोन को राजस्थान के कुचामन से बरामद कर लिया है। ललित ने घटना के बाद अपने मोबाइल को तोड़ डाला था। घटना के बाद ललित भाग कर राजस्थान चला गया था। जानकारी यह भी सामने आई है कि ललित झा ने संसद में आरोपितों की वीडियो को पश्चिम बंगाल में भेज कर उसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करने के लिए कहा था। फ़िलहाल अभी ललित से और भी जानकारियाँ निकल कर आने की उम्मीद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद में घटी घटना के बाद ललित भाग कर राजस्थान चला गया था। यहाँ के कुचामन शहर में उसने अपने पास मौजूद 4-5 मोबाइल फोन को आग लगा कर जला डाला। पुलिस को मोबाइल के बिखरे और जले हुए अवशेष मिले हैं। पुलिस जले हुए मोबाइल से भी कुछ डाटा निकालने का प्रयास कर रही है। इस केस का 6वाँ आरोपित मुकेश कुमावत अदालत द्वारा 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। कुमावत पर सबूतों की मिटाने और आपराधिक साजिश रचने का आरोप है। बताया जा रहा है कि मोबाइल को जला कर तोड़ने में मुकेश कुमावत ने ही ललित झा की मदद की थी।
आज तक के अनुसार सदन में अपने साथियों की करतूत का वीडियो ललित ने पश्चिम बंगाल के एक युवक को व्हाट्सएप पर भेजा था। जय हिन्द से सम्बोधन करते हुए ललित ने युवक से कहा, “प्रोटेस्ट किया हूँ। सर्कुलेट करो।” जिस युवक को ललित ने मैसेज भेजा था उसका नाम सौरव चक्रवर्ती है। सौरव ने ललित से अपनी जान-पहचान फेसबुक के माध्यम से 14 मई 2023 में होना बताया था। हालाँकि सौरव का ये भी कहना है कि ललित ने उस से कभी ये नहीं बताया कि वो ऐसा कदम उठा सकता है। सौरव और ललित 2 रैलियों में मिल भी चुके हैं। हालाँकि सौरव ने खुद को ललित की हरकत से असहमत बताया।
संसद सुरक्षा घेरे को तोड़ने के आरोप में अब तक कुल 6 गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं। अदालत द्वारा इन सभी आरोपितों को 7 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजा गया है। इनमें से सागर शर्मा और मनोरंजन डी पब्लिक गैलरी से लोकसभा चैंबर में कूद गए थे जिस से जीरो ऑवर में चल रहे सदन के अंदर अफरातफरी का माहौल हो गया था। इन सभी ने पीले धुएँ के कनस्तर छोड़े और नारेबाजी की। आखिरकार सदन में मौजूद सांसदों ने इन दोनों को दबोच लिया था।
इधर ललित झा इन सभी के फोन ले कर राजस्थान भाग गया। यहाँ नागौर के कुचामन में उसने सभी मोबाइल फोन को पहले बुरी तरह से तोड़ा और बाद में उसे आग लगा दी। यह हरकत ललित ने एक ढाबे के पास की जहाँ वो थोड़ी देर के लिए रुका था। मिली जानकारी के मुताबिक सभी आरोपित किसी के इशारे पर लगभग 1 साल से सदन की सुरक्षा भेदने की तैयारी कर रहे थे। ये सभी पुलिस की पूछताछ में सहयोग भी नहीं कर रहे हैं और बार-बार अपने बयान बदल रहे हैं। सभी आरोपितों के बयानों में विरोधाभास होने की भी जानकारी मिली है।