आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व नेता कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) के आरोपों के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय इन आरोपों की जाँच कराएगा कि अरविंद केजरीवाल के प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से संबंध हैं या नहीं।
दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjit Singh Channi) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को पत्र लिखकर माँग की थी कि आम आदमी पार्टी द्वारा सिख फॉर जस्टिस से चुनावों में सहयोग लिया जा रहा है। इसकी जाँच कराई जाए। पत्र का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जाँच कराई जाएगी और SFJ और AAP के संबंधों का पता लगाया जाएगा।
अपने जवाब में गृहमंत्री शाह ने लिखा, आपके पत्र के अनुसार एक राजनैतिक पार्टी का देश विरोधी, अलगाववादी एवं प्रतिबंधित संस्था से संपर्क रखना और चुनाव में सहयोग प्राप्त करना देश की एकता एवं अखंडता की दृष्टि से अत्यंत गंभीर है। इस प्रकार के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है। यह अत्यंत निंदनीय है कि सत्ता पाने के लिए ऐसे लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने से लेकर पंजाब और देश तोड़ने की सीमा तक जा सकते हैं।” पत्र में आगे कहा गया है कि देश की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब CM को पत्र लिखकर उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और वह यह सुनिश्चित करेंगे कि मामले को गहराई से देखा जाएगा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2022
पंजाब CM ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस AAP के संपर्क में है। pic.twitter.com/UfMmzC9f67
इस मामले में चन्नी ने गृहमंत्री को पत्र लिखा था और कहा था कि आम आदमी पार्टी प्रतिबंधित संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस से चुनाव में सहयोग ले रही है। इसकी तत्काल जाँच कराई जाए। अपने पत्र में सीएम चन्नी ने सिख फ़ॉर जस्टिस के पत्र को भी संलग्न किया था, जिसमें संगठन ने AAP को समर्थन देने की बात कही थी।
सीएम चन्नी ने कुमार विश्वास के आरोप और सिख फॉर जस्टिस के समर्थन को देश की अखंडता और एकता के लिए ख़तरा बताया था। उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मामले की जाँच कराने का आग्रह किया था। चन्नी ने ट्वीट में लिखा था, “पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कुमार विश्वास द्वारा लगाए गए आरोपों वाले वीडियो के आलोक में जाँच की माँग करता हूँ। राजनीति एक तरफ है। पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। माननीय पीएम को हर पंजाबी की चिंता दूर करने की जरूरत है।”
As CM of Punjab, I request Hon’ble PM @narendramodi Ji to order an impartial enquiry in the matter of @DrKumarVishwas Ji’s video. Politics aside, people of Punjab have paid a heavy price while fighting separatism. Hon’ble PM needs to address the worry of every Punjabi. pic.twitter.com/aoSwie55yx
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) February 17, 2022
दरअसल, भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) ने एक पत्र जारी किया और कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्थन वाला फर्जी लेटर वायरल होने के बाद पार्टी के नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) को फोन किया था और उससे कहा था कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान खालिस्तान रेफरेंडम का समर्थन करते हैं।