झारखंड के जमशेदपुर में कट्टर मुस्लिम भीड़ ने इजरायल मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं। शुक्रवार (20 अक्टूबर 2023) को यह भीड़ जुमे की नमाज़ के बाद ईदगाह मैदान में जुटी थी। इस जमावड़े का नेतृत्व तंजीम अहले सुन्नत ओ जमात नाम के संगठन ने किया था। इस दौरान मस्जिद के मुफ़्ती ने बाकी लोगों के साथ मिल कर मज़हबी नारेबाजी के बीच इजरायल के बर्बाद होने की दुआ की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला जमशेदपुर के मानगो इलाके का है। यहाँ के आज़ादनगर स्थित ईदगाह मैदान में शुक्रवार को दोपहर में भीड़ जमा होने लगी। जमा हो रही भीड़ में मौजूद लोगों के हाथों में तख्तियाँ थीं। इन तख्तियों पर ‘लब्बैक या अक्सा’ लिखा हुआ था। कई पोस्टरों में अल अक्सा मस्जिद का चित्र छपा हुआ था और कुछ में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर छपी थी, जिस पर किलर (कातिल) लिखा हुआ था।
लगभग 100 लोगों की इस भीड़ ने इजरायल के विरोध और फिलिस्तीन के पक्ष में जबरदस्त नारेबाजी की। इस भीड़ ने ‘जालिम अमेरिका मुर्दाबाद’, ‘जालिम इजरायल मुर्दाबाद’, ‘मुस्लिम हुक्मरानों की गैरत मुर्दाबाद’, ‘सऊदी हुकूमत मुर्दाबाद’, ‘मुस्लिम लीग मुर्दाबाद’, ‘ब्रिटेन मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए। नारेबाजी के लिए माइक और लाऊडस्पीकर का प्रयोग किया गया।
मुफ़्ती और संगठन के सदस्यों के लिए बाकायदा ईदगाह मैदान में मंच लगाया गया था। इस मंच से मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने कहा:
“हम सब अल्लाह से दुआ करते हैं कि अल्लाह इजरायल को तबाह ओ बर्बाद कर दें।”
बाद में इस प्रदर्शन के आयोजकों ने मीडिया को सम्बोधित किया। शहर की मदीना मस्जिद के इमाम मुफ्ती अब्दुल मालिक मिस्बाही के मुताबिक लगभग 12 दिनों से फिलिस्तीन पर इजरायल ने दहशतगर्दी की इंतिहां कर रखी है। इमाम के मुताबिक, “मैं कहता हूँ कि हमास ने इजरायल पर हमला किया। कोई भी बहादुर होता है, वो बहादुरी से लड़ता है। औरतों और बच्चों पर हमला करना दहशतगर्दी है।” उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ से माँग की है कि इजरायल के हमलों को जल्द से जल्द रोका जाए।
मुफ़्ती अब्दुल मालिक ने दुनिया भर के मुसलमानों से कहा कि वो सभी इजरायल में बने सामानों का बहिष्कार करें। इस कार्य्रकम में शामिल तंजीम अहले सुन्नत ओ जमात के महासचिव मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने अल्लाह से इजरायल के तबाह होने की दुआ की। उन्होंने भारत सरकार से भी माँग की है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप करके फिलिस्तीनियों को उनका हक दिलाए। सभा के अंत में फिलिस्तीनियों के लिए उलामा-ए-केराम की स्पेशल दुआ भी पढ़ी गई।