राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए बम विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ के लिए जेल में बंद एक संदिग्ध आतंकी को हिरासत में ले लिया है। जिस संदिग्ध को NIA ने हिरासत में लिया है, उसका नाम मिन्हाज उर्फ मोहम्मद सुलेमान है। उसे पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में NIA की जाँच बल्लारी तक जा पहुँची है।
कर्नाटक के बल्लारी का रहने वाला मिन्हाज उर्फ मोहम्मद सुलेमान 26 साल का है और वह कपड़े का व्यापार करता था। उसे आतंकी गतिविधियों के मामले में 18 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था। रामेश्वर कैफे मामले में पूछताछ के लिए NIA ने विशेष अदालत से बॉडी वॉरंट की माँग की थी। इसके बाद अदालत ने सुलेमान को 9 मार्च 2024 तक NIA की हिरासत में भेज दिया।
मिन्हाज की NIA हिरासत की उस दिन सामने आई जब कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि कैफे विस्फोट की जाँच कर रहे जाँचकर्ताओं को कुछ सुराग मिले हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे सुराग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि संदिग्ध हमलावर ने तुमकुरु की ओर बस में यात्रा की थी और फिर अपने कपड़े बदले थे।
संदेह जताया जा रहा है कि कपड़े बदलने के बाद वह बस से बल्लारी निकल गया। परमेश्वर ने तुमकुरु में संवाददाताओं से कहा, “इस बात के सुराग मिले हैं कि संदिग्ध एक बस में यहाँ आया था। जाँचकर्ताओं ने फुटेज की जाँच की है और कुछ सुराग मिले हैं। वे तुमकुरु से बल्लारी तक के रास्ते की पुष्टि कर रहे हैं।”
इसके बाद राजधानी बेंगलुरु में संवाददाताओं से बात करते हुए जी परमेश्वर ने कहा, “घटना के बाद इस बात के विश्वसनीय सुराग मिले हैं कि संदिग्ध ने अपने कपड़े बदले और बस में यात्रा की थी। अभी पूरे मामले की जानकारी सामने नहीं आ सकी है। बहुत जल्द ही संदिग्ध को पकड़ लिया जाएगा।”
NIA को संदेह है कि सुलेमान उत्तरी कर्नाटक के बल्लारी में स्थित ISIS मॉड्यूल का प्रमुख है। इसके पहले वह प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा था। इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विस्फोटों को अंजाम देने की साजिश रचने के आरोप में पिछले साल दिसंबर में NIA ने उसके घर पर छापेमारी की थी।
इस छापेमारी में मिन्हाज उर्फ मोहम्मद सुलेमान को चार अन्य संदिग्धों के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे बल्लारी के जेल में रखा गया था। रामेश्वर कैफे ब्लास्ट मामले में हमलावर का सुलेमान से संपर्क की आशंका जताई जा रही है। इसको लेकर NIA ने अपनी जाँच बल्लारी तक बढ़ा दी है।
दरअसल, NIA ने 14 दिसंबर 2023 को ‘आईएसआईएस के बल्लारी मॉड्यूल’ के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मॉड्यूल आईईडी बम बनाने के लिए विस्फोटक कच्चे माल का उपयोग करने की योजना बनाई थी। इन बमों से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाना था।
बता दें कि रामेश्वरम कैफे में यह धमाका 1 मार्च 2024 को हुआ था। इसके बाद मामले की जाँच NIA ने अपने हाथ में ले ली। तमाम जाँच एवं सीसीटीवी खंगालने के बाद हमलावर संदिग्ध की तस्वीरें सामने आई हैं। इसमें उसका चेहरा भी स्पष्ट दिख रहा है। उसने जो टोपी पहनी थी, वह टोपी भी बरामद कर ली गई है।
रामेश्वरम कैफे में धमाका करने वाला संदिग्ध सुबह 10:45 मिनट पर एक सार्वजनिक बस से उतरा था। यह बस स्टॉप कैफे से मात्र 100 मीटर ही दूर है। इसके बाद वह घूमता हुआ 11:34 पर कैफे में घुसा और 8 मिनट बाद ही बाहर निकल गया। इस बीच ही उसने यहाँ बम रखा।
वह यहाँ से निकलने के बाद एक किलोमीटर दूर स्थित एक बस स्टॉप पर गया और वहाँ से बस पकड़ ली। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संदिग्ध अपने इस रास्ते में एक मुस्लिम मजहबी केंद्र पर भी रुका था। यहाँ उसने अपना भेष बदला था और टोपी भी छोड़ दी थी। इसके सिर पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा गया है।