कश्मीर में मस्जिदों का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए होना नई बात नहीं है लेकिन अब यहाँ खुले तौर पर आतंकवादी मस्जिद में भारत के खिलाफ जहरीले भाषण देकर युवाओं को आतंक एवं हिंसा के लिए भड़का रहे हैं। टाइम्स नाउ के खुलासे के अनुसार कुलगाम की एक मस्जिद का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है जिसमें लश्कर ए-तैयबा के दो आतंकवादी मस्जिद में दाखिल होकर वहाँ के लोगों को भारत के खिलाफ भड़काते हैं। वीडियो में इनमें से एक आतंकवादी को खुले में पिस्टल लहराते और भारत विरोधी बातें करते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो ईद-उल-फ़ितर के दिन का बताया जा रहा है।
Masjid gives podium to Lashkar terrorists. Shocking visual proof of anti-India & anti-Hindu mobilization in Kashmir. Mamata, Rahul, Mufti & Omar oppose ‘Jai Shri Ram’ but they are silent on ‘Islamist’ hate? @RShivshankar on India Upfront | #LashkarInMosqueTape pic.twitter.com/uTN8Svq1ZM
— TIMES NOW (@TimesNow) June 6, 2019
टाइम्स नाउ के इस वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि मस्जिद में दाखिल हुए दोनों आतंकवादी पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते और कश्मीरी युवकों को आतंकवाद के रास्ते पर चलने के लिए उकसाते नजर आ रहे हैं। यही नहीं दोनों आतंकियों ने तंजीम के नाम पर वहाँ मौजूद जमात से दान करने के लिए भी कहा।
वीडियो में आतंकी कह रहे हैं कि वे कश्मीर की आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। वह खुलेआम वहाँ जिहाद का पाठ पढ़ा रहे हैं। लेकिन अभी तक किसी भी सेक्युलर नेता, पत्रकार या पक्षकार का इस पर न कोई बयान आया है और न ही ममता बनर्जी, महबूबा मुफ़्ती, उमर अब्दुल्ला, केजरीवाल जैसे नेताओं ने इसकी कोई आलोचना की है। जय श्री राम के नारे में भी भयंकर आतंक देख लेने वाले ये नेता आज आतंकियों के मस्जिद में खुलेआम ऐलान पर भी चुप हैं।
Not just 1 video, TIMES NOW accesses more tapes of terrorists using holiest mosque in J&K to mobilize hate against Hindu minority and India. Despite shocking visual evidence why’s so-called liberal Opposition silent? @RShivshankar on India Upfront | #LashkarInMosqueTape pic.twitter.com/ZtMnUQ1NHa
— TIMES NOW (@TimesNow) June 6, 2019
यह वीडियो राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति चिंतित किसी भी सच्चे नागरिक को परेशान कर सकता है। क्योंकि, कश्मीर में बेशक आतंकी गतिविधियाँ वर्षों से संरक्षण पाती आ रही हों लेकिन पाकिस्तान की तरह खुलेआम आतंक और जिहाद के नाम पर उकसाते और चंदा इकठ्ठा करते आतंकी आने वाले किसी बड़े खतरे की आहट हैं।
बता दें कि सेना के ऑपरेशन ‘ऑल आउट’ में बड़ी संख्या में करीब 102 के आस-पास आतंकियों को मार गिराया है। जिससे आतंकियों की कमर टूट चुकी है। हाल ही में सुरक्षाबलों ने लश्कर के आतंकी जाकिर मूसा को भी ढेर कर दिया था। अपने कमांडरों के मारे जाने के बाद आतंकी हताश हो गए हैं।
मोदी सरकार की आतंक के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के कारण आज घाटी में पत्थरबाजी और भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कश्मीरी युवाओं को ISI से प्राप्त पैसे देकर उन्हें उकसाने वाले ज्यादातर अलगाववादी या तो नजरबंद हैं या जेल में हैं। कश्मीरी नेताओं के लाख अपील के बाद भी यहाँ तक की रमजान के महीने में भी सेना ने आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान को बंद नहीं किया और कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
यहाँ तक कि मोदी के शपथ लेने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने सबसे पहले कश्मीर के टॉप टेन आतंकियों की लिस्ट तैयार करवाई है। अब देखना यह है कि कैसे प्रशासन जम्मू-कश्मीर में फैले इन आतंकियों से निपटती है।