लुधियाना कोर्ट परिसर में गुरुवार (दिसंबर 23, 2021) को हुए बम ब्लास्ट के बाद चल रही जाँच में हमले के पीछे अब तक अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन बब्बर खालसा का नाम सामने आया है। न्यूज 18 की खबर में खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया गया कि ये हमला बब्बर खालसा के मुखिया वाधवा सिंह ने लोकल गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा सिंह की मदद से किया।
बता दें कि बब्बर खालसा का मुख्य उद्देश्य सिखों के लिए खालिस्तान बनवाने का है। ये संगठन कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन और भारत के कुछ भागों में सक्रिय है। वहीं हरविंदर की बात करें तो ये कुछ समय पहले भारत से भागकर पाकिस्तान चला गया था। वहाँ इसने ऐसे गैंगस्टरों को एकजुट किया जो पंजाब में धमाका करवा सकें।
अब पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियाँ इस हमले की कई एंगल से पड़ताल कर रही हैं। इस बीच एक खबर ये भी आई है कि पंजाब पुलिस को ऐसे किसी हमले के बारे में पहले ही अलर्ट किया जा चुका था। खबरों के मुताबिक केंद्रीय खुफिया एजेंसियाँ पंजाब सरकार को लगातार बता रही थीं कि शायद पंजाब इलेक्शन से पहले कट्टरपंथी माहौल बिगाड़ने की कोशिश करें। हालाँकि, इन चेतावनियों को गंभीरता से नहीं लिया गया।
लुधियाना में हुए बम ब्लास्ट के एक दिन बाद आई खबरों के अनुसार आतंकी हमले को लेकर पंजाब पुलिस को 14 दिसंबर को ही अलर्ट किया गया था। खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस एडीजीपी को ये अलर्ट भेजा था। मगर बावजूद इसके, हमले को रोकने के लिए पंजाब पुलिस ने क्या प्रयास किया अब इस पर सवाल उठ रहे हैं।
एक रिपोर्ट दावा करती है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के मनसूबों को देखते हुए पंजाब को अलर्ट करने का काम जुलाई में शुरू हो गया था। सबसे पहले 9 जुलाई को अलर्ट भेजा गया था। उसके बाद दिसंबर में भी 2-3 बार पुलिस को चेताया गया। कथिततौर पर अलर्ट में साफ उल्लेख था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी ग्रुप संवेदनशील इमारतों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों को निशाना बना सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कल 23 दिसंबर को लुधियाना कोर्ट परिसर की दूसरी मंजिल पर बने टॉयलेट में 12 बजकर 28 मिनट पर जोरदार धमाका हुआ था। इस धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मरने वाले को आत्मघाती हमलावर बताया जा रहा है। घटना के बाद शुरू जाँच में जाँच एजेंसियों को जो विस्फोट मिले हैं वो बेहद शक्तिशाली थे। अनुमान है कि इस विस्फोट से कोर्ट परिसर को भारी नुकसान पहुँचाने की साजिश रची गई थी।