फर्जी आधार कार्ड के सहारे 50,000 से अधिक विदेशी घुसपैठिये केरल में रह रहे हैं। यह घुसपैठिये बांग्लादेश, म्यांमार और श्रीलंका से आए हैं। बड़ी संख्या में भारतीय अपराधी भी देश छोड़ने के लिए फर्जी आधार कार्ड का सहारा ले रहे हैं। यह खुलासा मिलिट्री इंटेलिजेंस ने किया है।
ऑनमनोरमा के अनुसार, यह फर्जी आधार कार्ड असम के नगांव और मधुपुर, पश्चिम बंगाल में दिनाजपुर और नादिया तथा केरल के पेरम्बवूर में आधार कार्ड सेंटरों पर बनाए गए हैं। इन आधार कार्ड सेंटरों में सुरक्षा में सेंधमारी की गई है। यहीं से बड़ी मात्रा में घुसपैठियों ने फर्जी आधार कार्ड जारी करवा लिए हैं और केरल में रह रहे हैं।
इससे पहले केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ भी इस बात का अंदेशा जता चुकी हैं कि घुसपैठिये फर्जी आधार कार्ड के सहारे केरल में घुस रहे हैं। यह जानकारी सामने आने के बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सीमाई इलाकों में अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। कोस्ट गार्ड ने भी अपनी गश्त को बढ़ाया है।
रिपोर्ट में सामने आया है कि आधार कार्ड बनाने के सिस्टम को अपने हिसाब से चला कर फर्जी दस्तावेज जारी किए जा रहे हैं। केरल में मौजूद आधार कार्ड सेंटर को झारखंड और पश्चिम बंगाल में बैठे लोग चला रहे हैं। ऐसा ही एक मामला केरल के मलप्पुरम में सामने आया जहाँ एक आधार कार्ड सेंटर को पश्चिम बंगाल से चलाया जा रहा था।
रिपोर्ट में बताया गया है कि केरल में ऐसे इलाकों में नकली आधार कार्ड काफी मात्रा में बन रहे हैं जहाँ बाहर से आने वाले कामगार काम करते हैं। यहाँ गलत सूचनाओं के सहारे आधार कार्ड बन रहे हैं। इनमें फोटो बदल कर कई आधार कार्ड बनाए जाने की बात सामने आई है।
इससे पहले भी रिपोर्ट में सामने आ चुका है जिसमें अवैध रोहिंग्या घुसपैठिये बांग्लादेश सीमा से घुस कर भारत में मृतकों की पहचान का इस्तेमाल कर रहे थे। वह मृतकों के नाम से पहचान पत्र बनवा रहे थे। इस मामले में NIA ने भी जाँच की थी। तमिलनाडु में कुछ लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था।