Sunday, November 17, 2024
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आप उस धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों-अत्याचारों का मुँहतोड़ जवाब दिया: PM मोदी

"आपका यह हौसला, शौर्य और माँ भारत की रक्षा का आपका समर्पण अतुलनीय है। आपकी जीवटता दुनिया में किसी से कम नहीं। जितनी ऊँचाई पर आप माँ भारती की ढाल बनकर रक्षा करते हैं, उसका मुकाबला दुनिया में कोई नहीं कर सकता है। आपका साहस उस ऊँचाई से भी ऊँचा है जहाँ आप तैनात हैं। आपका निश्चय उस घाटी से भी मजबूत है जिसे आप हर दिन कदमों से नापते हैं। आपकी इच्छाशक्ति पर्वतों जितनी अटल है।"

भारत-चीन विवाद के बीच आज (जुलाई 3, 2020) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह दौरे पर गए। उन्होंने वहाँ तैनात सैनिकों से मुलाकात की और सेना की तैयारियों का जायजा भी लिया। इसके अलावा उन्होंने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने वाले बहादुर सैनिकों से भी मुलाकात की। उन्होंने सेना के शौर्य की गाथा का बखान करते हुए हर सैनिक की हौसला अफजाही की। उन्होंने कहा कि पूरे भारत को हमारे सैन्य बल पर गर्व है।

लेह पहुँचकर प्रधानमंत्री ने जवानों से कहा, “आपका यह हौसला, शौर्य और माँ भारत की रक्षा का आपका समर्पण अतुलनीय है। आपकी जीवटता दुनिया में किसी से कम नहीं। जितनी ऊँचाई पर आप माँ भारती की ढाल बनकर रक्षा करते हैं, उसका मुकाबला दुनिया में कोई नहीं कर सकता है। आपका साहस उस ऊँचाई से भी ऊँचा है जहाँ आप तैनात हैं। आपका निश्चय उस घाटी से भी मजबूत है जिसे आप हर दिन कदमों से नापते हैं। आपकी इच्छाशक्ति पर्वतों जितनी अटल है।”

सैनिकों का हौसला बढ़ाते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, “जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है, तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है। आपकी भुजाएँ, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं। आपकी इच्छा शक्ति आस-पास के पर्वतों की तरह अटल हैं।”

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “अभी जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है, उसने पूरी दुनिया में ये संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है। मैं गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को आज फिर से श्रद्धांजलि देता हूँ। उनके पराक्रम, उनके सिंहनाद से धरती अब भी, उनका जयकारा कर रही है।”

पीएम मोदी बोले, “हमारे यहाँ कहा जाता है, वीर भोग्य वसुंधरा। यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं। ये धरती वीर भोग्या है। इसकी रक्षा-सुरक्षा को हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊँचा है। ये सामर्थ्य और संकल्प मैं आज आपकी आँखों पर, चेहरे पर देख सकता हूँ।”

उन्होंने सैनिकों को भारत के इतिहास का हवाला देते हुए उनका साहस बढ़ाया। उन्होंने कहा “आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुँहतोड़ जवाब दिया है। हम वो लोग हैं जो बाँसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं।”

पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि भारत हर आक्रमण के बाद सशक्त होकर उभरा है। उन्होंने कहा, “राष्ट्र की, दुनिया की, मानवता की प्रगति के लिए शांति और मित्रता हर कोई स्वीकार करता है। हर कोई मानता है। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि शांति निर्बल कभी नहीं ला सकता। कमजोर शांति की पहल नहीं कर सकता। वीरता ही शांति की पूर्व शर्त होती है। भारत आज जल, थल, नभ और अंतरिक्ष तक अगर अपनी ताकत बढ़ा रहा है। तो उसका लक्ष्य मानव कल्याण ही है।”

यहाँ बता दें, अपने इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 कॉर्प्स के अधिकारियों से बात की। इसके अलावा सीडिएस से मिलकर मौजूदा स्थिति का जायजा भी लिया। इस दौरान उनके साथ नॉर्दन आर्मी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह भी मौजूद रहे। सीमा पर तैनात जवानों ने पीएम मोदी को देखकर भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे की सराहना की और कहा कि सेना के हाथों में भारत की सीमाएँ सुरक्षित हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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