Monday, December 23, 2024
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NIA ने बंगलुरु से आतंकी आरिफ को दबोचा: पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर, अफगानिस्तान और ईरान भागने की फिराक में था

गिरफ्तार आतंकी आरिफ इस्लामिक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के खुरासान ग्रुप (ISK) में शामिल होना चाहता था।

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने बेंगलुरु से संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान आरिफ के रूप में हुई। आरोप है कि गिरफ्तार कट्टरपंथी आरिफ इंटरनेट के जरिए देश के बाहर बैठे आतंकियों के संपर्क में था। वह अफगानिस्तान और ईरान जाकर आतंकी संगठन में शामिल होने की फिराक में था। गिरफ्तारी शनिवार (11 फरवरी, 2023) को हुई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी आरिफ पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह बेंगलुरु में ही एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था। आरोप है कि वह बीते दो साल से इंटरनेट के जरिए आतंकी संगठन अलकायदा के संपर्क में था। हालाँकि, इससे पहले उसके किसी भी आतंकी गतिविधि में शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई है।

रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि गिरफ्तार आतंकी आरिफ इस्लामिक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के खुरासान ग्रुप (ISK) में शामिल होना चाहता था। इसके लिए अफगानिस्तान व ईरान जाने की तैयारी में था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस और राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आगे की कार्रवाई के लिए एनआईए आरिफ से पूछताछ कर रही है। साथ ही उसका लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर जाँच की जा रही है।

कोलकाता से गिरफ्तार हुए थे 2 आतंकी

बता दें कि इससे पहले गत 7 जनवरी 2023 को पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। फिलहाल एनआईए इस मामले की जाँच कर रही है। रिपोर्ट्स में एनआईए सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आरोपित लंबे समय से एनआईए की मोस्ट वांटेड की सूची में थे। आतंकियों की पहचान मोहम्मद सद्दाम और सैयद अहमद के रूप में हुई थी। सद्दाम बीते दो साल से ISIS के संपर्क में था।

शुरुआती जाँच में सामने आया था कि दोनों आतंकी ISIS में शामिल कराने के लिए मुस्लिम युवकों का ब्रेनवॉश कर रहे थे। साथ ही अपने नेटवर्क को बड़ा करने के लिए धन जुटा रहे थे। दोनों मुस्लिमों को देश के खिलाफ लड़ाई छेड़ने के लिए सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो और पोस्ट शेयर करते थे। अधिकारियों को शक है कि कुछ नौजवान उनके बातों में आ गए हैं। एजेंसियों को शक है कि उनके पीछे किसी बड़े इस्लामी आतंकी संगठन का हाथ है जो पाकिस्तान या किसी अन्य देश से ऑपरेट कर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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