IC 814 विमान का हाइजैक भारतीय इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक है। 24 दिसंबर 1999 का दिन था। इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 ने नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी।
इसके बाद पाकिस्तानी आतंकियों ने विमान का अपहरण कर लिया। आतंकी विमान को कंधार, अफगानिस्तान में उतरने से पहले इसे कई जगह ले गए। करीब एक हफ्ते प्लेन आतंकियों के कब्जे में रहा।
फिर, भारत की तरफ से तीन आतंकवादियों- मुश्ताक अहमद ज़रगर, अहमद उमर सईद शेख, और मौलाना मसूद अजहर को छोड़ने के बाद आतंकियों ने प्लेन को भी छोड़ दिया। भयावह बात यह है कि विमान आईसी 814 के हाइजैक करने का कनेक्शन पुलवामा हमले से मिला है।
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों और उनके कमांडरों ने IC 814 इंडियन एयरलाइंस के अपहरणकर्ता और साजिशकर्ता इब्राहिम अतहर के बेटे मोहम्मद उमर फारूक के बैंक खाते में पुलवामा आतंकी हमले के लिए पाकिस्तानी करेंसी में 10 लाख रुपए जमा किए थे।
The Jaish-e-Mohammad terrorists & their commanders in #Pakistan had deposited Rs 10 lakh of Pakistani currency amount in the bank account of Mohammad Umar Farooq, son of IC 814 Indian Airlines hijacking case conspirator Ibrahim Athar, for carrying out the #Pulwama terror attack. pic.twitter.com/ViMauPr3ID
— IANS Tweets (@ians_india) August 27, 2020
बता दें ये चौंकाने वाले खुलासे पुलवामा आतंकी हमले के मामले में NIA द्वारा दायर किए गए 13,500 पेज की चार्जशीट में किए गए थे।
इसके अलावा चार्जशीट से पता चला है कि पुलवामा आतंकी हमले के लिए फारूक ने मारुति ईको कार, 200 किलोग्राम विस्फोटक और अन्य सामान को खरीदने के लिए 5.7 लाख रुपए का इस्तेमाल किया।
आईएएनएस के अनुसार, एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “मार्च 2019 में भारतीय सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए फारूक के बैंक खाते में पाकिस्तान करेंसी (PKR) में 10 लाख की राशि जमा की गई थी।”
गौरतलब है इब्राहिम अतहर IC 814 हाइजैक का साजिशकर्ता था। पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए वह आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक के बेटे का इस्तेमाल कर रहा था। पुलवामा आतंकी हमले में विस्फोटकों से लदी एक कार से हुए विस्फोट में 40 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे।