पुलवामा में आतंकी साजिश को नाकाम करने वाली भारतीय सेना ने घटना के चंद घंटों बाद ही इसमें शामिल आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों की पहचान को उजागर कर दिया है।
शुरुआती जाँच में एक आदिल का नाम सामने आया है, जो कि जैश और हिज्ब दोनों के लिए काम करता है। बताया जा रहा है कि यह कार वही चला रहा था। उसके साथ कार में पाकिस्तानी आतंकी फौजी भाई था। वह भी जैश के लिए काम करता है। आईईडी तैयार करने वाले आतंकी का भी सुरक्षाबलों ने पता लगा लिया है।
When we were informed that the IED-laden car in #Pulwama had registration number of Kathua, we probed and found that it is the registration number of a bike. The bike has been brought to Hiranagar Police station,we are investigating: Shailendra Mishra,Kathua SSP #JammuAndKashmir pic.twitter.com/w9tQXASxeo
— ANI (@ANI) May 28, 2020
आइजीपी विजय कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए ही हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद ने मिलकर यह आईईडी से लैस यह वाहन तैयार किया था। इस वाहन में लगी आईईडी का वजन कम से कम 40 से 45 किलोग्राम के करीब था।
सुरक्षाबलों की चौकसी और समय पर उठाए गए कदमों ने बड़ी त्रासदी को टाल दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस, सेना और सीआरपीएफ को पिछले कई दिनों से संभावित फिदायीन हमले के बारे में इनपुट मिल रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह आईईडी पाकिस्तानी आतंकी वलीद ने तैयार की थी। ए-श्रेणी का आतंकवादी वलीद उर्फ मूसा उर्फ इदलीस घाटी में वर्ष 2015 से सक्रिय है। दरअसल ये वाहन उसने रमजान माह के 17वें दिन यानी जंग-ए-बद्र पर आत्मघाती हमले के लिए तैयार किया था। परंतु सुरक्षाबलों की चौकसी की वजह से वे उस दिन हमले को अंजाम नहीं दे पाए।
जिस वाहन में यह आईईडी मिली उस परजेके-08B 1426 नंबर की प्लेट लगी है, जो कि कठुआ का नंबर है। यह रजिस्टर नंबर Hero Glamour motorcycle का है। हीरानगर पुलिस ने मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया है, जबकि उसके मालिक से पूछताछ भी की जा रही है।
जम्मू संभाग के जिला कठुआ का हीरानगर इलाका सीमांत क्षेत्र है और यहाँ के हीरानगर इलाके को घुसपैठ के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है।
आपको बता दें कि पुलवामा में 27-28 मई 2020 को एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। सुरक्षाबलों ने पुलवामा के पास एक सैंट्रो गाड़ी की पहचान की। इसमें IED (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) प्लांट की गई थी। सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने कार को घेर लिया। लेकिन कार के भीतर से गोलीबारी शुरू हो गई। गोलीबारी के बीच इस दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर आतंकी भाग निकले। जब कार की तलाशी ली गई तो इसमें IED का पता चला।
सैंट्रो को पुलवामा के रजपुरा रोड के पास शादीपुरा में पकड़ा गया। बम डिस्पोजल स्क्वायड ने समय रहते ही इसे डिफ्यूज कर दिया। इस पूरे मामले की जाँच अब एनआईए करेगी।