Sunday, November 17, 2024
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राम मंदिर के जवाब में 1993 जैसे हमलों की फिराक में आतंकी, हिंदू नेताओं की हत्या कर दंगे की साजिश: रिपोर्ट

राम मंदिर का भूमिपूजन 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। भूमि पूजन की तारीख के ऐलान के बाद से ही खुफिया एजेंसियों के पास हमले को लेकर अलर्ट है। एजेंसियों ने अयोध्या में 5 अगस्त से 15 अगस्त के बीच बड़ी आतंकी साजिश का अंदेशा जताया था।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही भारत में मौजूद पाकिस्तान समर्थित आतंकी बौखलाए हुए हैं। इसका बदला लेने के लिए उन्होंने हमलों और दंगों की साजिश रची है। ये खुलासा टाइम्स नाऊ ने किया है।

न्यूज चैनल का दावा है कि उनके हाथ इंटेलीजेंस की खुफिया रिपोर्ट लगी है। इससे पता चलता है कि इस्लामिक आतंकी इस बार भी साल 1993 जैसा साम्प्रदायिक माहौल बनाने की फिराक में हैं। केंद्र ने इसी कारण 2 राज्यों को रेड अलर्ट पर भी रखा है।

इसके अलावा रिपोर्ट यह भी बताती है कि यह आतंकी मंदिर को मुद्दा बनाकर आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद समेत दक्षिणपंथी समूहों के नेताओं के साथ भाजपा नेताओं को मारने और दंगे भड़काने की साजिश रच रहे हैं। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में कई राज्यों को अलर्ट कर दिया है।

टाइम्स नाऊ के पत्रकार निकुंज ने बताया है कि इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि पाकिस्तान के आतंकी और पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकियों को इस कार्य के लिए निर्देश मिल चुका है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर की निंदा से बचने के लिए पाकिस्तान ने इस बार सीमा पार से आतंकियों को नहीं भेजा है। वह भारत में मौजूद अपने लोगों के सहारे ही आतंकी मंसूबों को पूरा करने की फिराक में है।

गौरतलब है कि राम मंदिर का भूमिपूजन 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। भूमि पूजन की तारीख के ऐलान के बाद से ही खुफिया एजेंसियों के पास हमले को लेकर अलर्ट है। एजेंसियों ने अयोध्या में 5 अगस्त से 15 अगस्त के बीच बड़ी आतंकी साजिश का अंदेशा जताया था। इसके बाद यूपी के सभी जिलों के बस स्टैंड्स, रेलवे स्टेशन पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे। स्वयं भूमि पूजन से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा को लेकर बैठक की थी और हर जिले में सतर्कता के साथ सभी असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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