तीन दिन बाद गणतंत्र दिवस (Republic day) है, जिसमें आतंकी हमले का साया मंडरा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि गणतंत्र दिवस से पहले आतंकी पुलवामा जैसा हमला कर सकते हैं। वो सुरक्षा बलों के रास्तों में आई़ईडी (IED) लगा सकते हैं या फिर उन पर फिदायीन हमला कर सकते हैं। एजेंसियों ने आतंकियों की मूवमेंट को ट्रेस कर लिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया विभाग ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में तीन संदिग्ध लोगों की मूवमेंट को 18-19 जनवरी 2022 की रात को ट्रेस किया था। अब इंटेलीजेंस एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि ट्रेस किए गए तीनों लोग आतंकी हो सकते हैं, जो कि सुरक्षाबलों के ट्रैक पर आईईडी प्लांट कर वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
इंटेलीजेंस अलर्ट में फिदायीन हमले की भी आशंका व्यक्त की गई है। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। हालाँकि, लगातार मिल रहे सिक्योरिटी इनपुट्स के बाद कश्मीर से दिल्ली तक सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है।
जैश ए मोहम्मद का सहयोगी गिरफ्तार
खुफिया अलर्ट के बीच शनिवार (22 जनवरी 2022) को सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उमर फारुक भट नाम का यह आतंकी अवंतीपोरा जिले के रेंजीपोरा का रहने वाला है। उसके पास से एक हैंड ग्रेनेड समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, उमर फारुक भट आतंकियों के रहने-खाने, हथियारों का आवागमन और ठिकानों को बदलने में उनकी मदद करता था। इससे पहले गुरुवार को भी जम्मू-कश्मीर के बडगाम में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था। उसका नाम जहांगीर अहमद नाइकू था और वह शोपियाँ का रहने वाला था। उसके पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन और 16 कारतूस बरामद किए गए थे। उससे पहले लश्कर के दो आतंकियों को शोपियाँ के किलबाल इलाके में एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था।