Saturday, July 5, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षागणतंत्र दिवस पर पुलवामा जैसा अटैक कर सकते हैं आतंकी: खुफिया अलर्ट जारी, कश्मीर...

गणतंत्र दिवस पर पुलवामा जैसा अटैक कर सकते हैं आतंकी: खुफिया अलर्ट जारी, कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का सहयोगी पकड़ा गया

टेलीजेंस अलर्ट में IED ब्लास्ट या फिदायीन हमले की भी आशंका व्यक्त की गई है। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। हालाँकि, लगातार मिल रहे सिक्योरिटी इनपुट्स के बाद कश्मीर से दिल्ली तक सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है।

तीन दिन बाद गणतंत्र दिवस (Republic day) है, जिसमें आतंकी हमले का साया मंडरा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि गणतंत्र दिवस से पहले आतंकी पुलवामा जैसा हमला कर सकते हैं। वो सुरक्षा बलों के रास्तों में आई़ईडी (IED) लगा सकते हैं या फिर उन पर फिदायीन हमला कर सकते हैं। एजेंसियों ने आतंकियों की मूवमेंट को ट्रेस कर लिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया विभाग ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में तीन संदिग्ध लोगों की मूवमेंट को 18-19 जनवरी 2022 की रात को ट्रेस किया था। अब इंटेलीजेंस एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि ट्रेस किए गए तीनों लोग आतंकी हो सकते हैं, जो कि सुरक्षाबलों के ट्रैक पर आईईडी प्लांट कर वारदात को अंजाम दे सकते हैं।

इंटेलीजेंस अलर्ट में फिदायीन हमले की भी आशंका व्यक्त की गई है। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। हालाँकि, लगातार मिल रहे सिक्योरिटी इनपुट्स के बाद कश्मीर से दिल्ली तक सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है।

जैश ए मोहम्मद का सहयोगी गिरफ्तार

खुफिया अलर्ट के बीच शनिवार (22 जनवरी 2022) को सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उमर फारुक भट नाम का यह आतंकी अवंतीपोरा जिले के रेंजीपोरा का रहने वाला है। उसके पास से एक हैंड ग्रेनेड समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, उमर फारुक भट आतंकियों के रहने-खाने, हथियारों का आवागमन और ठिकानों को बदलने में उनकी मदद करता था। इससे पहले गुरुवार को भी जम्मू-कश्मीर के बडगाम में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था। उसका नाम जहांगीर अहमद नाइकू था और वह शोपियाँ का रहने वाला था। उसके पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन और 16 कारतूस बरामद किए गए थे। उससे पहले लश्कर के दो आतंकियों को शोपियाँ के किलबाल इलाके में एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर ट्रंप ने किया हस्ताक्षर, स्वतंत्रता दिवस पर व्हाइट हाउस में हुई पिकनिक: विधेयक में ऐसा क्या है कि अमेरिका में...

बिग ब्यूटीफुल बिल का पास होना ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। हालाँकि इसे लेकर अमेरिका में दो अलग अलग मतों पर बहस छिड़ी हुई है।

मुहर्रम और काँवड़ यात्रा के आते ही शुरू हुआ ‘शांति समितियों’ के साथ बैठकों का दौर, हिंसा के बाद पीड़ित ‘बहुसंख्यक’ ही ठहराए जाएँगे...

एक सवाल बार-बार उठता है - हिंसा हो या न हो, दोष ज्यादातर हिंदुओं पर ही क्यों डाला जाता है? आखिर यह खेल क्या है?
- विज्ञापन -