त्रिपुरा के रास्ते भारत में बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ में तेजी आई है। त्रिपुरा पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार से सोमवार तक 18 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इनकी मदद कर रहे 5 भारतीयों को भी पकड़ा गया है। इस बीच, एक ग्रुप के पास से 1.5 लाख टका और 300 अमेरिकी डॉलर भी रिकवर हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएसएफ ने हरनाखोला बॉर्डर ऑउटपोस्ट इलाके से शनिवार (19 अगस्त 2024) की रात 7 बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पार करते समय गिरफ्तार किया है। इनमें से 2 लोग बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिले के हैं, तो पाँच लोग ब्राह्मणबरिया के हैं, जिनमें एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है। इनके पास से 1.5 लाख टका बरामद हुई है, तो 300 डॉलर भी इनके कब्जे से बरामद हुआ है। इन्हें पश्चिम त्रिपुरा जिले की सिधाई पुलिस के हवाले कर दिया गया।
शनिवार-रविवार को 18 घुसपैठिए, 5 भारतीय सहायक गिरफ्तार
वहीं, अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपुरा में शनिवार और रविवार को पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया। त्रिपुरा पुलिस ने सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए 3 अलग-अलग जगहों से 18 बांग्लादेशियों और उनके सहायक 5 भारतीयों को भी गिरफ्तार किया है। सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनंत दास ने कहा, “पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि त्रिपुरा के गुमती जिले के लामप्रपारा में बांग्लादेशी नागरिकों का एक दल मौजूद है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रविवार को छापेमारी शुरू की और आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।”
इसके अलावा शनिवार (17 अगस्त 2024) को भी बांग्लादेश के सात नागरिकों और उनकी मदद करने वाले पाँच भारतीय नागरिकों को पश्चिमी त्रिपुरा जिले के सिधई क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था, तो एक अलग अभियान के दौरान पश्चिम त्रिपुरा के एमबीबी हवाई अड्डा क्षेत्र से सोमवार को तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया।
बता दें कि बांग्लादेश से सटी सीटा पर 4096 किमी इलाके की रक्षा का जिम्मा बीएसएफ पर है। इसमें असम, मेघायल, त्रिपुरा, मिजोरम और बंगाल का हिस्सा भी शामिल है। पूर्वोत्तर के कई संगठनों ने भी बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए कदम उठाने की माँग को लेकर केंद्र से गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अवैध प्रवासन ने जनसांख्यिकीय गड़बड़ी पैदा की है और पूर्वोत्तर में स्वदेशी समुदायों की पहचान और संस्कृति के लिए खतरा पैदा किया है।
गौरतलब है कि त्रिपुरा के रास्ते भारत में बांग्लादेशियों के घुसपैठ की खबरें आम हैं। अगरतला रेलवे स्टेशन के सहारे लगातार अवैध तरीके से बांग्लादेशी और रोहिंग्या लगातार देश भर में जा रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में ही त्रिपुरा में घुसपैठ करने वाले हजारों बांग्लादेशी और रोहिंग्या को सुरक्षाबलों ने पकड़ा है। बांग्लादेशी घुसपैठिए अगर से ट्रेन के सहारे देश के अन्य हिस्सों में घुस जाते हैं। वो सुरक्षा बलों से बचने के लिए सेकंड क्लास के डिब्बे में सफर करते हैं, इस टिकट के लिए कोई पहचान पत्र नहीं दिखाना होता और फिर वो आगे के सफर पर निकल जाते हैं। हालाँकि त्रिपुरा में लगातार सख्ती की वजह से अब तक हजारों घुसपैठियों को पकड़ा जा चुका है।