Sunday, December 22, 2024
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18 आतंकी हमले, कश्मीरी पंडितों का खून, सिख शिक्षिका की हत्या… जानिए कौन था कुलगाम में मार गिराया गया ₹10 लाख का इनामी आतंकी बासित डार

जिस बासित डार को सुरक्षाबलों ने कुलगाम में मार गिराया है, वह एक बड़ा आतंकी कमांडर था। वह 18 आतंकी हमलों में शामिल था। वह पहले लश्कर ए तैयबा और फिर द रेजिस्टेंस फ्रंट से जुड़ गया था। बासित डार के खिलाफ ₹10 लाख का इनाम घोषित किया गया था।

जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों के साथ हुए एक एनकाउंटर में दो आतंकियों को मार गिराया गया। मारे जाने वाले आतंकियों में से एक बड़ा आतंकी कमांडर बासित डार भी था। बासित डार पर ₹10 लाख का इनाम घोषित किया गया था। सुरक्षाबलों ने उसके एक और साथी को मुठभेड़ में मार गिराया।

जानकारी के अनुसार, कुलगाम के रेदवानी पाईन इलाके में सोमवार (6 मई, 2024) को सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकियों की मौजूदगी को लेकर एक घर को घेरा था। सोमवार शाम को फायरिंग भी हुई थी। इसके बाद मंगलवार (7 मई, 2024) को मुठभेड़ तेजी से चालू हुई। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू कश्मीर पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन में दोनों आतंकियों को घर में ही घेर लिया गया। उन्हें आत्मसमर्पण करने का भी मौक़ा दिया गया लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी।

इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग और कार्रवाई की। इस जवाबी कार्रवाई में उस घर को भी आग लग गई, जिसमें आतंकी छुपे हुए थे। कई घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद बासित डार और उसका साथी मारे गए। सुरक्षाबलों को इस कार्रवाई में कोई नुकसान नहीं होने की सूचना है।

जिस बासित डार को सुरक्षाबलों ने कुलगाम में मार गिराया है, वह एक बड़ा आतंकी कमांडर था। वह 18 आतंकी हमलों में शामिल था। वह पहले लश्कर ए तैयबा और फिर द रेजिस्टेंस फ्रंट से जुड़ गया था। बासित डार के खिलाफ ₹10 लाख का इनाम घोषित किया गया था। सुरक्षाबलों के एनकाउंटर में मारा जाने वाले आतंकी बासित डार ने महिला सिख शिक्षक रुपिंदर कौर की 2021 में हत्या कर दी थी। उसने इसी हमले में एक और कश्मीरी पंडित शिक्षक को भी मार दिया था।

बासित डार ने अक्टूबर 2023 में श्रीनगर में क्रिकेट खेल रहे जम्मू कश्मीर पुलिस के अफसर मसरूर अहमद वानी पर भी हमला किया था। मसरूर अहमद वानी की बाद में दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वह लगातार कश्मीर घाटी में आंतकी गतिविधियाँ बढ़ाने में लगा हुआ था। डार TRF आतंकी समूह का बड़ा कमांडर था। लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन ने अपनी आतंकी गतिविधियों को जारी रखने के लिए PAFF और TRF नाम के दो नए आतंकी संगठन बनाए हैं। डार, इन्हीं में से एक से जुड़ कर घाटी में आतंक फैला रहा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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