उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए पाकिस्तान से की जा रही फंडिंग के मामले में ISI के 2 एजेंटों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम रियाजुद्दीन और अमृतपाल सिंह उर्फ़ अमृत गिल हैं। गिरफ्तार आरोपित भारत के सैन्य ठिकानों सहित अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की जानकारियाँ पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI को भेज रहे थे।
इन सभी के खातों में देश विरोधी साजिशों को अंजाम देने के लिए पैसे भी भेजे गए थे। ATS ने शुक्रवार (10 नवंबर, 2023) को इसी साजिश के खिलाफ लखनऊ में FIR दर्ज करवाई थी। इसी केस में नामजद एक अन्य आरोपित इजहारुल हुसैन बिहार के बेतिया जेल में बंद है।
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 26 नवंबर (रविवार) को जारी प्रेसनोट के मुताबिक ATS को सूचना मिल रही थी कि कुछ लोगों को संदिग्ध स्रोतों से पैसा प्राप्त हो रहे हैं। इन पैसों का प्रयोग पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के लिए भारत विरोधी जासूसी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका जताई गई। जाँच के दौरान इस सूचना की पुष्टि हुई और ATS ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी।
जाँच के दौरान नामजद आरोपित गाजियाबाद के रियाजुद्दीन के बैंक खातो से मार्च 2022 से अप्रैल 2022 के बीच लगभग 70 लाख रुपयों का संदिग्ध लेन-देन सामने आया।
रियाजुद्दीन ने गाजियाबाद के केनरा बैंक में जो खाता खुलवाया था उसमें बिहार के बेतिया के निवासी इजहारुल का मोबाइल नंबर दर्ज था। रियाजुद्दीन और इजहारुल की मुलाकात राजस्थान में हुई थी। यहाँ पर दोनों वेल्डिंग का कार्य करते थे। यहीं से दोनों पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के एजेंटों के सम्पर्क में आ गए थे। और दोनों मिलकर ISI के लिए काम कर रहे अन्य एजेंटों को पैसे भेजने लगे। ATS ने रियाजुद्दीन को पूछताछ के लिए लखनऊ मुख्यालय तलब किया था।
पूछताछ में आरोपों की पुष्टि होने के बाद 26 नवम्बर (रविवार) को ATS ने रियाजुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। वह गाजियाबाद के थानाक्षेत्र भोजपुर का निवासी है। रियाजुद्दीन के साथी इजहारुल हुसैन को 8 नवंबर को बिहार की बेतिया पुलिस ने शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस पर बिहार शराबबंदी कानून के तहत FIR दर्ज है और फिलहाल वह जेल में है। ATS अब जेल में बंद इजहारुल को वारंट बी के जरिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। ATS का दावा है कि इससे इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को भी चिन्हित करने में मदद मिलेगी।
रियाजुद्दीन ने जिन लोगों को पैसे भेजे हैं उनके बारे में भी ATS बारीकी से जाँच कर रही है। इसी क्रम में पंजाब के बठिंडा निवासी 25 वर्षीय अमृत गिल उर्फ़ अमृत पाल सिंह का नाम भी सामने आया है। बता दें कि अमृत गिल ऑटो चलाता था लेकिन उसके खाते में भी रियाजुद्दीन द्वारा पैसे भेजे गए थे।
ATS का दावा है कि अमृत गिल ने इन पैसों की एवज में पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी को भारतीय सेना के टैंकों आदि से जुड़ी जानकारियाँ भेजीं थीं। अमृत गिल को 23 नवंबर की रात बठिंडा के तलवंडी साबो क्षेत्र से पकड़ा गया। उसको पंजाब से ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया है।