राजस्थान के सीकर जिले में पुलिस ने नीलगाय का शिकार करने वाली 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों आरोपित नीलगाय को मार कर उनका मांस कई जिलों के होटलों में बेच रही थीं। शिकार के लिए बंदूक का सहारा लिया जाता था, जो रात के अँधेरे में किया जाता था। पुलिस इन महिलाओं के गैंग के बाकी सदस्यों के साथ उन होटलों की भी तलाश कर रही है जो इनसे माँस खरीदते थे। मामले का खुलासा शनिवार (24 सितम्बर, 2022) को हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला सीकर जिले के श्रीमाधोपुर का है। यहाँ के क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र सिंह राठौर ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि शुक्रवार को नदी में नहा रहे कुछ युवकों को एक नीलगाय की लाश मिली। राठौर ने बताया कि नीलगाय को गोली लगी थी, जिसकी सूचना युवकों ने अरणियां गाँव के सरपंच को दी जिन्होंने बाद में मामले से वन विभाग को अवगत करवाया।
राठौर ने आगे बताया कि वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर अपना जाल बिछाया और वहीं छिप कर बैठ गई। उन्होंने कहा कि रात में कुछ लोग आए जो नीलगाय का मन निकालने लगे। उन्हें मौके पर ही पकड़ लिया गया। देवेंद्र सिंह के मुताबिक, मौके से धोली देवी को पकड़ा गया जिनसे हुई पूछताछ के बाद अगले दिन शनिवार को जयपुर से ममता बावरिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
#Sikar #श्रीमाधोपुर: नीलगाय का गोली मारकर किया शिकार
— First India News (@1stIndiaNews) September 25, 2022
अरणिया नदी क्षेत्र का मामला, क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र सिंह राठौड़ की त्वरित कार्रवाई, दो महिलाओं को महिला वनरक्षकों के सहयोग से किया…@SikarPolice pic.twitter.com/UsuGO7mgo0
वन विभाग द्वारा की गई पूछताछ में दोनों महिलाओं ने बताया कि शिकार के दौरान वो मौके पर मौजूद नहीं रहती थी। उन्होंने बताया कि वो दोनों बाद में मरी नीलगायों का मांस निकालने जाया करती थीं। दोनों ने यह भी माना कि अलग-अलग जगहों पर माँस की सप्लाई भी उन्ही की जिम्मेदारी होती थी जिस से कोई शक न करे। महिलाओं ने ये भी बताया कि कहीं और शहर में जाते समय वो दोनों ही वाहन में आगे बैठती थीं।
वन विभाग द्वारा की गई पूछताछ में यह निकल कर सामने आया कि नीलगायों को मारने के लिए ये गिरोह लगभग 2 माह से सक्रिय था। वन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि बकरे का मांस 500 से 700 प्रति किलो मिलने की वजह से ये गैंग 100 रुपए प्रति किलो के रेट से मटन में मिला कर ग्राहकों को बेचा करते थे। दोनों महिलाओं के पति घटना के बाद से फरार हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।