Friday, November 15, 2024
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‘संदेशखाली में एक भी रेप नहीं’ – बंगाल पुलिस ने खबर को बताया भ्रामक, मीडिया पर लेंगे एक्शन: NCW ने बताया ‘धमकी’ टैक्टिक्स

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की बात बंगाल पुलिस ने खारिज कर दी है। पुलिस ने कहा है कि संदेशखाली में जो झूठ फैलाया गया उसके खिलाफ वह जरूर एक्शन लेंगे।

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की खबर मीडिया में आने के बाद अब बंगाल पुलिस ने अपना बयान जारी किया है। पुलिस ने कहा है कि संदेशखाली पर मीडिया ने जानबूझकर गलत खबर फैलाई। उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं है कि स्थानीय महिलाओं से रेप हुआ इसलिए वो उस मीडिया के खिलाफ एक्शन लेंगे जिन्होंने ऐसी खबरें फैलाने का काम किया।

पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा कि संदेशखाली के घटनाक्रम पर मीडिया के एक वर्ग द्वारा फर्जी खबर फैलाई गई। पुलिस ने कहा कि वह इस बात की पुष्टि करते हैं कि संदेशखाली में राज्य महिला आयोग द्वारा की गई जाँच में अभी तक किसी महिला के द्वारा रेप की कोई शिकायत नहीं दी गई है। राज्य महिला आयोग की टीम में 10 महिला सदस्य हैं और इसकी अध्यक्षता डीआईजी-सीआईडी कर रही हैं। इस टीम ने संदेशखाली में दौरा किया और उन्होंने भी यही कहा कि स्थानीय महिलाओं ने जाँच में रेप की बात नहीं कही है।

अपने ट्वीट में पुलिस ने यह भी कहा कि इस संबंध में लगे सभी आरोपों और प्राप्त शिकायतों के विरुद्ध वह विधिवत कार्रवाई करेंगे और साथ में उस मीडिया के खिलाफ भी एक्शन लेंगे जिसने इस संबंध में भ्रामक खबरें फैलाईं। अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने न्यूज 18 का वीडियो लगाया है।

बता दें कि संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का मामला मीडिया में आने के बाद जहाँ पुलिस ने राज्य महिला आयोग की जाँच के बाद मीडिया खबरों को ‘भ्रामक’ बताया है तो वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि संदेशखाली मामले को सटीक को सटीक मीडिया कवरेज न मिल पाने के कारण वह चिंतित हैं। उनके मुताबित जाँच समिति ने पाया कि पश्चिम बंगाल में पीड़ितों को स्थानीय पुलिस द्वारा धमकी दी जा रही है, उन्हें बाहर आने और यौन और शारीरिक उत्पीड़न की घटनाओं की रिपोर्ट करने से रोका जा रहा है।

इससे पहले खबर आई थी कि कुछ महिलाओं ने कहा है कि जाँच के दौरान प्रशासन उनसे रेप के मेडिकल प्रमाण माँग रहा है। मीडिया से बात करते हुए एक महिला ने बताया कि उसने गुंडों द्वारा बलात्कार की बात बताई तो उससे अब रेप का मेडिकल प्रमाण पत्र दिखाने के लिए कहा जा रहा है। महिला ने पूछा कि आखिर कौन-सी पीड़िता सामने आकर यह स्वीकार करेगी। महिला ने बताया कि उसके साथ यौन दुराचार नहीं हुआ है, लेकिन गाँव की कई महिलाओं के साथ ऐसा हुआ है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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