पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास मॉब लिंचिंग की एक घटना सामने आई है। हेडफोन की कीमत पर हुई बहस को लेकर बदमाशों ने एक 27 वर्षीय मदरसा शिक्षक को पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ युवक शिक्षक को बेरहमी से पीट रहे हैं, इस दौरान उसने भागकर जान बचाने की कोशिश भी की लेकिन उसे पकड़ लिया गया।
मॉब लिंचिंग की इस घटना में मदरसा शिक्षक की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार (अगस्त 26, 2019) रात को रेलवे स्टेशन के एग्जिट गेट से बाहर निकल रहा उत्तर प्रदेश के शामली का रहने वाला कारी ओवैस एक दुकान पर हैडफोन लेने के लिए रुका। इसी दौरान उसकी दुकानदार से बहस हो गई।
पीड़ित की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले कारी ओवैस के रूप में हुई है। वह ग्रेटर नोएडा के एक मदरसे में पढ़ाता था।
कारी ओवैस ने मोबाइल की लीड को पैकिंग से निकाल लिया था, जिसके बाद दुकानदार ने लीड वापस लेने से मना कर दिया। दुकानदार ने कहा कि सामान खोल दिया है और अब इसे वापस नहीं लेंगे। लेकिन कारी सामान वापस करने पर अड़ा हुआ था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया।
दोनों में बहस होते देख और दुकानदार भी मौके पर पहुँच गए और युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी। गंभीर हालत में युवक को अरुणा आसफ अली अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज करने के बाद दो दुकानदारों लल्लन और अय्यूब को हिरासत में ले लिया है।
डीसीपी (नॉर्थ) हरेंद्र सिंह के अनुसार, “सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और युवक को अरुणा आसफ अली हॉस्पिटल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ओवैस को लल्लन और उसके साथी अय्यूब ने मारा था।”
पुलिस ने दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (IPC Section 304) के तहत गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। कारी के परिवार वाले इसे हत्या का मामला बता रहे हैं जबकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्थिति साफ हो पाएगी।
हालाँकि, चश्मदीदों का कहना है कि कारी को हेडफोन पसंद नहीं आया था और वह वहाँ से जाने लगा। लेकिन तभी दुकानदारों ने उसे पकड़ लिया और जमकर पीटा।