ऐसे समय में जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी का माहौल है और युद्ध के हालात बने हुए हैं, पाकिस्तान अपना अलग ‘कॉमेडी सर्कस’ चलाने से बाज नहीं आ रहा है।
मीडिया के अनुसार, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की योजना बनाई है, मजे की बात यह है कि यह शिकायत भारतीय वायु सेना द्वारा उनके देवदार के पेड़ों को नुकसान पहुँचाने और पर्यावरण ख़राब करने के सम्बन्ध में होगी। पाकिस्तान ने इसे “Eco-टेररिज्म” कहा है।
आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह करते हुए भारतीय युद्धक विमानों ने मंगलवार (फरवरी 26, 2019) को कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में भारत की सीमा से लगभग 40 किमी (25 मील) की दूरी पर उत्तरी पाकिस्तानी शहर बालाकोट के पास एक पहाड़ी वन क्षेत्र में एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक द्वारा पाकिस्तान के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को नष्ट कर दिया गया था और जैश-ए-मोहम्मद के 300 से ज्यादा आतंकवादियों को मार दिया था।
हालाँकि, हमेशा से आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान ने इस बात से इनकार किया कि इलाके में इस तरह के शिविर थे और स्थानीय लोगों ने कहा कि केवल एक बुजुर्ग ग्रामीण को चोट लगी थी।
पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री मलिक अमीन असलम ने कहा कि भारतीय जेट विमानों ने ‘फॉरेस्ट रिजर्व’ पर बमबारी की और सरकार पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन कर रही है, जो संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर एक शिकायत होगी। पाकिस्तान का कहना है कि घटनास्थल पर पर जो हुआ वह पर्यावरणीय आतंकवाद है क्योंकि दर्जनों देवदार के पेड़ गिर गए और गंभीर पर्यावरणीय क्षति हुई है।
No kidding. Pak strategic affairs expert from Pakistan just accused the Indian Air Force of violating the Paris Agreement on climate change because the airstrikes deep inside Pakistan led to some trees being knocked down. Happened for real. Delusion meets denial. Toxic cocktail.
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) February 26, 2019
पाकिस्तान सरकार के अधिकारी बम विस्फोट स्थल पर गए, जिसके बाद उन्होंने कहा कि धमाकों से 15 देवदार के पेड़ उखड़ गए और भारत सरकार के दावों को खारिज कर दिया कि सैकड़ों आतंकवादी मारे गए थे।
भारत और पाकिस्तान इस समय एक कूटनीतिक झगड़े में भी लगे हुए हैं, इसलिए तार्किक होने के स्थान पर इस प्रकार की हरकत की उम्मीद पाकिस्तान से की जा सकती है।