हिन्दुस्तानी सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और पाकिस्तान की कंगाली ने कश्मीर के जिहादियों को बड़ी मुश्किल में डाल दिया है। मुश्किल यह है कि अब उनके पास लड़ने के लिए हथियारों की कमी होती जा रही है, और यही कमी उन्हें कश्मीर में पुलिस के हथियारों पर डाका डालने के लिए उकसा रही है। यह खुलासा सेना की उत्तरी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने किया।
Lieutenant General Ranbir Singh, GOC-in-C, Northern Command: Terrorists are facing a shortage of weapons in Kashmir, that is why they keep on trying to attack police stations to snatch weapons from officers. Pakistan is in a crisis & trying different ways to send weapons into J&K pic.twitter.com/Uf745zcSzF
— ANI (@ANI) October 11, 2019
हमले के लिए तैयार 500 जिहादी
सेना की उत्तरी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल सिंह हालिया पाकिस्तानी ड्रोन की बरामदगी और हिंदुस्तान में उनके जरिए हथियारों की तस्करी के बारे में बात कर रहे थे। टाइम्स नाउ ने इंटेलिजेंस के सूत्रों के हवाले से 10 किलोग्राम हथियार, विस्फ़ोटक और संचार यंत्रों की स्मगलिंग ड्रोनों के ज़रिए पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते होने का दावा किया है। सिंह ने बताया कि आंतरिक समस्याओं से दो-चार होने के बावजूद पाकिस्तान हिंदुस्तान के जिहादियों को हथियार सप्लाई करने की कोशिश में लगा हुआ है। और उसकी यही कोशिशें जब असफ़ल हो रहीं हैं, तो जिहादी पुलिस के हथियार लूटने की कोशिश का रुख कर रहे हैं।
उन्होंने इसके अलावा इसकी भी पुष्टि की कि पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग कैम्पों और जिहादियों की नई पौध तैयार है। करीब 500 आतंकी सर्दियाँ शुरू होने के पहले कश्मीर में घुस आने की फ़िराक में हैं। गौरतलब है कि सर्दियों में भारी बर्फ़बारी के चलते नवंबर से जनवरी तक के समय में घुसपैठ करना जिहादियों के लिए खासा मुश्किल होता है। इसी लिए पाकिस्तान ने LOC के पास 20 आतंकी कैम्पों के लिए 20 ही लॉन्च पैड भी सक्रिय कर दिए हैं।