जेहादियों को गोद में बिठाकर पाकिस्तान अपना ‘नेशनल डे’ मना रहा है जिसका भारत ने सभी मंचों से बॉयकॉट करने का निर्णय लिया है। फिर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर यह कहा कि नरेंद्र मोदी ने नेशनल डे की बधाई दी है। इसकी सच्चाई को जानने के लिए थोड़ी ऐतिहासिक जानकारी आवश्यक है।
Received msg from PM Modi: “I extend my greetings & best wishes to the people of Pakistan on the National Day of Pakistan. It is time that ppl of Sub-continent work together for a democratic, peaceful, progressive & prosperous region, in an atmosphere free of terror and violence”
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) March 22, 2019
पाकिस्तान प्रतिवर्ष 23 मार्च को उसी प्रकार नेशनल डे मनाता है जैसे भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। भारत में गणतंत्र दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 26 जनवरी 1929 को पूर्ण स्वराज की घोषणा हुई थी और 1950 में उसी दिन संविधान भी लागू हुआ था।
पाकिस्तान भी अपना नेशनल डे उसी तर्ज पर मनाता है। 23 मार्च 1940 को ऑल इंडिया मुस्लिम लीग द्वारा लाहौर प्रस्ताव पास किया गया था जिसमें भारत के उत्तर पश्चिमी और पूर्वी भाग के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के लिए अलग स्वायत्त राज्य की मांग की गई थी। सन 1956 में 23 मार्च के दिन ही पाकिस्तान का संविधान भी लागू हुआ था। लेकिन इतने कानूनी तामझाम करने के बाद भी विश्व का पहला इस्लामिक रिपब्लिक सभ्य और प्रगतिशील नहीं हो पाया। भारत के विरुद्ध आतंकवाद की नीति जारी रखने के कारण आज पाकिस्तान से लगभग सभी देश किनारा कर रहे हैं।
भारत ने पुलवामा हमले का बदला एयर स्ट्राइक से लेने के बाद अब पाकिस्तान के नेशनल डे का भी बहिष्कार कर दिया है क्योंकि पाकिस्तान ने नेशनल डे पर हुर्रियत के नेताओं को भी निमंत्रण दिया था। भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन में नेशनल डे पर आमंत्रित सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे पुलवामा हमले के आलोक में पाकिस्तानी नेशनल डे का बहिष्कार करें।
Outside Pakistan High Commission, Govt officials informing all Indian invitees that – ‘Govt of India has decided to boycott the Pak National Day event and now it is for your conscience to decide if you want to attend or not after deadly Pulwama terror attack.’ Very good move. pic.twitter.com/qMBc14NLj8
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 22, 2019
पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर सरकारी अधिकारी सभी को इस बात की सूचना दे रहे हैं कि भारत पाकिस्तान के नेशनल डे का बहिष्कार करता है और जो भी इस आयोजन में आमंत्रित हैं वे अपने विवेकानुसार निर्णय करें कि उन्हें पुलवामा हमले के दोषी देश के समारोह में जाना चाहिए या नहीं।
इमरान खान का ट्वीट पढ़कर मीडिया ने खबर उड़ाई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को नेशनल डे की बधाई व्यक्तिगत रूप से दी है। लेकिन इसमें कोई सच्चाई नज़र नहीं आती क्योंकि नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्वीट से ऐसा कोई ट्वीट अभी तक नहीं किया है।
Letter sent by Indian HC in Pakistan. Unsigned. Talks about terror free South Asia. Customary letter sent to all countries on National Day. Imran Khan twisted it in his favour. Why does the Indian media always fall into Pak trap?
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 22, 2019
PM @narendramodi sends a customary message on National Days to other Heads of State or Government. His message to PM Imran Khan highlighted the importance of a terror free South Asia. No wonder Imran Khan twisted the words to suit his narrative. And many fall for his trap! ?♂️
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 22, 2019
हालाँकि पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग ने औपचारिकता निभाने के लिए बिना हस्ताक्षर का एक पत्र पाकिस्तान सरकार को भेजा था जिसे इमरान खान ने नरेंद्र मोदी की तरफ से बधाई के तौर पर प्रचारित किया। ध्यान रहे कि विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास और उच्चायोग के अधिकारियों को इस प्रकार की औपचारिकताएँ निभानी पड़ती हैं लेकिन इमरान खान ने इसे भारतीय प्रधानमंत्री की ओर से प्राप्त हुई बधाई के रूप में प्रचारित करते हुए ट्वीट किया। उस पत्र में दक्षिण एशिया में आतंकवाद को समाप्त करने की बात भी लिखी थी जिसे छिपाकर इमरान खान ने अपने हिसाब से व्याख्या की और बधाई स्वीकार करने का नाटक किया।