नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। और ऐसा नहीं है कि यह प्रधानमंत्री बनने के बाद हुआ है। लोगों से स्वतः जुड़ जाना उनकी आदत कह सकते हैं आप। अपनी संस्था या अपने मातहत लोगों को नाम से याद रखना उनकी फितरत है। बदले में लोग भी उन्हें टूट कर प्यार करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में PM मोदी जब सुरक्षा दलों से घिर कर चल रहे थे तो अचानक से एक शख़्स की ओर मुड़ गए। और डाँटने वाले अंदाज़ में पूछा – “क्यों रे बाला, तेरी किताब नहीं मिली यार, कौन-सी किताब लिखी तुमने?” इसके बाद उस कार्यकर्ता के कान पकड़ खींचे भी और कंधे पर एक चपत भी लगाई।
That moment at the #BJPNationalCouncil when @PMOIndia pulled someone’s ears over not having sent him his book. pic.twitter.com/9GtdDIC59d
— Poulomi Saha (@PoulomiMSaha) January 11, 2019
पीएम मोदी की यह ख़ासियत रही है। विदेश दौरों पर भी वह प्यार से कभी किसी बच्चे के कान खींचते नज़र आते हैं, तो कभी मदमस्त अंदाज़ में ड्रम बजाते। हालाँकि, उनकी आलोचना करने वाले इन पर भी कह देते हैं – ‘बच्चों के कान ऐसे तो मत खींचो। शायद कल तक कोई कह भी दे – मोदी ने अपने कार्यकर्ता को मारा थप्पड़!