दिल्ली के रामलीला मैदान में भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री मोदी ने विरोधियों के पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की सरकार ने अपने यहाँ सीबीआई जैसी संस्था के एंट्री पर रोक लगा दी है। उन्होंने ऐसा कहीं किसी डर की वजह से तो नहीं किया है? आज जो लोग सीबीआई के महत्व को नकार कर रहा हैं, हो सकता है कल वही लोग आर्मी, पुलिस, कैग, कैग जैसी संस्थाओं का भी नकारना शुरू कर दें।”
PM: Andhra Pradesh, West Bengal & Chhattisgarh have blocked entry of CBI. What wrong have they done that they’re feeling scared? Today they don’t accept CBI, tomorrow they won’t accept some other institution. Army, Police, SC, EC, CAG all are wrong, only they are right. pic.twitter.com/graSalQgWF
— ANI (@ANI) January 12, 2019
प्रधानमंत्री का यह बयान तब आया है, जब विपक्षी दल के नेताओं के द्वारा सीबीआई की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने इस बयान के ज़रिए विपक्षी दलों द्वारा देश के प्रतिष्ठित संस्थानों पर उठाए जा रहे सवाल का करारा जवाब दिया है। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि जब गुजरात में हमारी सरकार थी, तो अमित जी को सीबीआई ने जेल में डाल दिया था। इसके बावजूद हमारी सरकार ने सीबीआई को राज्य में आने से मना नहीं किया था, क्योंकि हमें देश के कानून में भरोसा है।
PM: In 2007, a Congress min said Modi will go to jail within a few months. Amit Bhai ko to unhone jail mein daal bhi diya tha. But we didn’t form a law to stop CBI from entering Gujarat as we had faith in law. These ppl are levelling allegations on agencies because they’re scared pic.twitter.com/aYSzAcIQVT
— ANI (@ANI) January 12, 2019
इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कॉन्ग्रेस सरकार द्वारा बैंक पर दवाब देकर डिफ़ॉल्टरों को कर्ज दिलाया गया। देश की आजादी के बाद 60साल में बैंकों द्वारा 18 लाख करोड़ कर्ज बाँटा गया जबकि यूपीए सरकार के अंतिम 6 सालों में 34 लाख करोड़ रूपए कर्ज के रूप में बाँटा गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कॉन्ग्रेस की सरकार ने अपने अंतिम 6 साल के दौरान डिफ़ॉल्टरों को पैसा देने के लिए बैंकों पर दवाब बनाया है।
जानकारी के लिए बता दें कि सीबीआई मामले में भाजपा पर सवाल उठाते हुए कपिल सिब्बल ने पिछले दिनों बयान दिया था कि तोता पिंजड़े से उड़ जाता तो, सारे राज खोल देता। सिब्बल इस तरह के बयान के ज़रिए वर्तमान सरकार पर भले ही सवाल खड़ा करने के प्रयास कर रहे हों। लेकिन कपिल सिब्बल को ऐसा बोलने से पहले खुद और अपनी पार्टी के भी गिरेबान में झाँक कर देखना चाहिए। कॉन्ग्रेस पार्टी की सरकार में सिब्बल मंत्री थे, तब 2जी स्कैम, कोल आवंटन स्कैम, कॉमनवेल्थ खेल गाँव स्कैम जैसे कई बड़े घोटाले हुए। इन सभी घोटाले की जाँच में सीबीआई ने कपिल साहब के बयानों वाले तोते जैसी ही भूमिका निभाई थी।