नासिक के त्रयम्बकेश्वर मंदिर में मुस्लिम समाज के कुछ लोगों द्वारा चादर चढ़ाने की कोशिश के बाद भड़के विवाद पर शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधा है। भाजपा को गोमूत्रधारी बताते हुए ठाकरे ने कहा कि हिन्दू धर्म को असली खतरा धूप दिखाने मुस्लिम युवकों से नहीं, बल्कि गोमूत्रधारियों से है।
अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे लेख में महाराष्ट्र की पार्टी ने लिखा, “भारतीय जनता पार्टी (BJP) को ऐसा लगता है कि वही दुनिया में हिंदुत्व की एकमात्र ठेकेदार है। ऐसे स्वघोषित ठेकेदारों ने अपने अधीन उप-ठेकेदारों की नियुक्ति करके हिंदुत्व के नाम पर जो कर्कश हंगामा खड़ा किया है, उसे देखकर दो हिंदू हृदय सम्राट वीर तात्याराव सावरकर और शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे भाजपा को श्राप दे रहे होंगे।”
अपने मुखपत्र में पार्टी ने लिखा, “भाजपा का हिंदुत्व गोमूत्रधारी है। त्रयम्बकेश्वर में हिंदुत्व के नाम पर दंगा भड़काकर उसका रिएक्शन पूरे महाराष्ट्र में फैलाने की योजना हिंदुत्व के उप-ठेकेदारों ने बनाई थी। इस तरह धूप दिखाने की प्रथा बहुत पुरानी है, लेकिन इस बार उप-ठेकेदारों ने इस घटना को भुनाया और ‘मंदिर में मुस्लिमों ने घुसने की कोशिश की, हिंदू धर्म संकट में है’ का हो-हल्ला मचाया।”
शिवसेना (UBT) ने आगे लिखा, “खुद को हिंदुत्ववादी आदि कहने वाले बचकाने संगठनों को मंदिर शुद्धीकरण का ठेका किसने दिया? जब तक हिंदुत्व के नाम पर कालाबाजारी की ये दुकानें बंद नहीं होंगी, तब तक हिंदुत्व का मजाक उड़ता रहेगा। हिंदू धर्म को असली खतरा गोमूत्र से शुद्धीकरण करने वालों से है। इन्हीं विचारधारा वाले लोगों के कारण देश गुलाम हुआ था।”
उद्धव ठाकरे की पार्टी ने अपने मुखपत्र में आगे लिखा, “गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्रयम्बकेश्वर में धूप-महाआरती मामले की जाँच के लिए एक विशेष जाँच दल की घोषणा की है, लेकिन इस जाँच की कोई जरूरत नहीं थी। जो त्रयम्बकेश्वर में हुआ ही नहीं, उसकी जाँच क्यों?”
पूर्व हिंदुत्ववादी पार्टी ने ‘सामना’ में आगे कहा गया, “यह सब उल्टा तरीका है। इससे भी गंभीर बात यह है कि राज्य के गृहमंत्री उतावलेपन में ऐसा करें। जाँच करनी है तो गोमूत्र का बैरल लेकर त्रयम्बकेश्वर में हंगामा मचाने वाले हिंदुत्व के उप-ठेकेदारों की करनी चाहिए।
बता दें कि महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित भगवान शंकर के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक त्रयम्बकेश्वर मंदिर में मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों ने 13 मई 2023 की शाम को चादर चढ़ाने की कोशिश की थी। इसके बाद से त्रयम्बकेश्वर मंदिर चर्चा में है। घटना के बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया।
वहीं, स्थानीय मुस्लिमों का कहना था कि यह दशकों पुरानी परंपरा है, जिसका वे पालन करते आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मंदिर के अंदर जाकर उन्होंने चादर चढ़ाने की कोशिश नहीं की थी, बल्कि सिर्फ दूर से ही धूप और चादर दिखा रहे थे। इसके लिए नजदीक में स्थित दरगाह के खादिम ने कान पकड़कर माफी भी माँगी है।
दो सप्ताह पहले भी उद्धव ठाकरे ने गोमूत्र को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “क्या हमारे देश को गोमूत्र छिड़कने से आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ था कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? ऐसा नहीं था, स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया था। तब कहीं जाकर हमें आजादी मिली थी।”