अमरनाथ यात्रा आतंकियों के निशाने पर है। इस नापाक मंसूबे में पाकिस्तानी सेना की संलिप्तता के भी सबूत मिले हैं। इसे देखते हुए राज्य सरकार के गृह विभाग ने पर्यटकों और श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने की सलाह दी है।
गृह विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की खुफिया सूचना मिली है। इसे देखते हुए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से घाटी में ठहरने और यात्रा की अवधि कम करने को कहा गया है।
J&K govt issues security advisory in the interest of #AmarnathYatra pilgrims and tourists, “that they may curtail their stay in the Valley immediately and take necessary measures to return as soon as possible”, keeping in view the latest intelligence inputs of terror threats. pic.twitter.com/CzCk6FnMQ6
— ANI (@ANI) August 2, 2019
इस बीच, सेना ने शुक्रवार को कुछ ऐसे सबूत सामने रखे जो कश्मीर में आतंकवाद के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ होने की पुष्टि करते हैं। चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने पत्रकारों को बताया कि आतंकवादियों के पास से पाकिस्तान सेना की लैंडमाइंस बरामद की गई है। इससे साबित होता है कि कश्मीर में आतंकवाद के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Jammu & Kashmir: The Pakistan Ordnance factory anti-personnel mine recovered from a terror cache busted by security forces. pic.twitter.com/d0g4zui5Y4
— ANI (@ANI) August 2, 2019
Chinar Corps Commander Lt General K J S Dhillon in Srinagar: An M-24 American sniper rifle with a telescope was also recovered from a terror cache along Shri Amarnath ji route pic.twitter.com/VLmkmN8iAd
— ANI (@ANI) August 2, 2019
उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा रूट से अमेरिकन स्नाइपर राइफल एम-24 भी बरामद की गई है। जब्त माइंस पर पाकिस्तानी आयुध कारखाने की मुहर लगी हुई है। सेना ने बताया है कि श्रद्धालुओं को निशाना बनाने के लिए आईईडी ब्लास्ट करने की साजिश रची गई थी।
Zulfiqar Hasan is now the Additional Director General of the Central Reserve Police Force (CRPF) and not IG as reported earlier. https://t.co/IyL23VLXaT
— ANI (@ANI) August 2, 2019
फिलहाल खराब मौसम की वजह से अमरनाथ यात्रा रुकी हुई है। 4 अगस्त से यात्रा दोबारा शुरू होने की उम्मीद है। इस यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर में करीब 40 हजार अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं।