राजस्थान के पाली जिले के एक शहर में जैन श्रद्धालुओं के एक समूह पर मिनी ट्रक चढ़ाने का मामला सामने आया है। इस घटना में कुछ श्रद्धालु घायल हो गए हैं, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। इस घटना से जैन समाज बेहद नाराज है और इसे ‘अनूप मंडल’ की साजिश बता रहा है। पुलिस ने ट्रक मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। राजस्थान में एक महीने में जैन संतों पर हमले का यह दूसरा मामला है।
जानकारी के अनुसार, पाली जिले के तखतगढ़ में जैन संतों के नगर प्रवेश का कार्यक्रम 12 जनवरी 2024 को चल रहा था। यह कार्यक्रम तखतगढ़ के पीएल मिस्त्री सर्कल पर हो रहा था। यहाँ कई जैन श्रद्धालु इन संतों के नगर प्रवेश कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए हुए थे। ये कार्यक्रम जैन मुनि तपोरत्न सूरी आचार्य महाराज के नेतृत्व में पाली से जालौर के लिए निकला था।
जैसे ही जैन संन्यासी और श्रद्धालु यहाँ से आगे बढ़े, वैसे ही एक सफ़ेद रंग का मिनी ट्रक भीड़ को चीरता हुआ आया और कई श्रद्धालुओं को चपेट में ले लिया। इस दौरान चीख-पुकार मच गई। श्रद्धालुओं पर चढ़ने के बाद भी यह ट्रक नहीं रुका और वह वहाँ से भाग निकला। पता चला है कि यह तखतगढ़ बाजार से सामान लेकर जा रहा था।
इस घटना का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। फुटेज में दिख रहा है कि जैन श्रद्धालु सड़क पर खड़े हैं, इसी बीच एक मिनी ट्रक लोगों को कुचलता हुआ आगे निकल जाता है। लोग इस ट्रक से बचने के लिए इधर-उधर भागने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन सफल नहीं हो पाते हैं।
कमजोर दिल वाले न देखें
— Acharya Lokesh Muni (@Munilokesh) January 16, 2024
संतो और श्रद्धालुओं को ट्रक से कुचलता यह सीन फ़िल्मी नहीं है असली है।
अन्याय के विरूद्ध आवाज़ उठाइए।पालघर, लालसागर या तखतगढ में अंतर मत कीजिए चुप रहने वालों को इतिहास माफ़ नहीं करेगा।
ये तो वे अहिंसक जैन साधु संत है जो चिंटी को भी नुक़सान नहीं पहुँचाते,… pic.twitter.com/ayPvIKefSc
बताया गया है कि ट्रक चढ़ने के कारण कुछ महिलाओं सहित चार लोग शामिल हैं। इसमें से एक महिला के हाथ में गंभीर चोट आई है, जबकि एक महिला का पैर टूट गया है। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सुमेरपुर और अहमदाबाद के लिए रेफर कर दिया गया है। वहीं, पुलिस ने इस घटना को ट्रक का ब्रेक फेल होने से जोड़ा है।
इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज करके ट्रक के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है। जैन समाज के लोगों ने इसे साजिश बताया है। जैन शासन रक्षार्थ समिति के अध्यक्ष कल्पेश ने बताया कि जैन साधुओं पर इस तरह के हमले लगातार हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस ने सामान्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
जैन साधुओं के खिलाफ साजिश
पाली के श्री संघ सभा से जुड़े जैन समाज के कई लोग 15 जनवरी 2024 को आईजी से मिले और इसमें षडयंत्र की आशंका जताई। उनका कहना था कि ट्रक ड्राइवर ने जानबूझ कर जैन साधुओं पर ट्रक चढ़ाया है। इसके बाद ट्रक के मालिक को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, ट्रक का ड्राइवर अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है।
जैन समाज के संतों पर हमले का एक महीने में यह दूसरा मामला है। इससे पहले भीनमाल थाना इलाके के रामसिंह गाँव में महाराज तपोरत्न सूरी पर बोलेरो चढ़ाने की कोशिश की गई थी। जैन समाज के लोगों ने इस घटना के पीछे ‘अनूप मंडल’ का हाथ होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अनूप मंडल जैन विरोधी है और साधुओं की जान के पीछे पड़े हैं।
क्या अनूप मंडल
दरअसल, अनूप मंडल कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि एक समूह है जो जैन और बनिया समाज की खिलाफत करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1909 में अनूप दास नाम के साधु ने ‘जगतहितकारिणी’ नाम से एक किताब लिखी थी, जिसमें जैन और वैश्य समाज के खिलाफ गलत बातें लिखी है। बाद में उनके अनुयायियों ने आश्रम खोले और संगठन बनाए। इनका प्रभाव राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र तक में है।
अनूप दास के अनुयायियों के समूह को ही अनूप मंडल कहा जाता है। ये गुट मानता है कि संसार में जो कुछ भी गलत हो रहा है, उसके पीछे जैन और बनिए शामिल हैं। अनूप मंडल से जुड़े लोगों का तो यहाँ तक मानना है कि दुनिया के किसी कोने में जैन लोगों ने एक राक्षसी दुनिया बनाई हुई है और वहाँ से ये लोग दुनिया में महामारी छोड़ते हैं।