झाँसी में मार गिराए गया अतीक अहमद का बेटा असद और उसका गुर्गा गुलाम के पास से यूपी पुलिस ने अत्याधुनिक और विदेशी हथियार भी बरामद किए हैं। दोनों पुलिस काफिले पर हमला कर अतीक को छुड़ाने का प्लान बना रहे थे। इसका इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और एनकाउंटर में दोनों ढेर हो गए।
उत्तर प्रदेश के स्पेशल डीजी (डीजी लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने एनकाउंटर के बाद यह खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को इनपुट मिले थे कि पुलिस काफिले पर हमला कर अतीक को छुड़ाने का प्लान बनाया गया है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ ने झाँसी में कुछ लोगों को रोका तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो लोग घायल हो गए, जिनकी बाद में मौत हो गई। इनकी पहचान असद और गुलाम के तौर पर हुई। दोनों उमेश पाल की हत्या में शामिल थे।
We had information that to help the accused Atiq and Ashraf escape there could be an attack on the police convoy bringing them back to UP in the case (Umesh Pal murder case). In view of this information, teams of civil police and special forces were deployed: Prashant Kumar,… pic.twitter.com/AyZcwUBvL6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 13, 2023
उमेश पाल मर्डर मामले में यूपी पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 अप्रैल 2023 को असद और उसके शूटर मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर किया है। दोनों पर 5-5 लाख का इनाम था। दी गई जानकारी के मुताबिक झाँसी में छिपे असद और गुलाम का लोकेशन प्राप्त होने के बाद पुलिस की टीम उन्हें गिरफ्तार करने पहुँची। पुलिस को आता देख असद और गुलाम ने फायरिंग कर फरार होने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में ढेर हो गए।
Former MP-Atiq Ahmed’s son Asad and his aide killed in an encounter by UP Police in Jhansi
— ANI (@ANI) April 13, 2023
The two were wanted in the Umesh Pal murder case pic.twitter.com/FEBHQw6NVn
उमेश पाल हत्याकांड
24 फरवरी 2023 को दिनदहाड़े गोलियों और बमों से हमला कर उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उमेश पाल के सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को भी गोलियों से भून दिया था। पेशे से वकील रहे उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। राजूपाल की हत्या 2005 में कर दी गई थी। राजूपाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद पर है। राजू पाल हत्या मामले के गवाह उमेश पाल को अतीक अहमद ने अगवा भी करवाया था। इस मामले में कोर्ट ने पिछले दिनों उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपित
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक अहमद समेत 18 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है। इनमें ज्यादातर लोग अतीक के परिवार वाले हैं। आरोपितों में अतीक के अलावा उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, भाई अशरफ अहमद, असद के अलावा अन्य चार बेटे, बहन आयशा, बहनोई डॉ. अखलाक, गुड्डू मुस्लिम, शदाकत, अरमान, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, मोहम्मद गुलाम, अरबाज, साबिर, कैस अहमद, राकेश, अरशद कटरा, नियाज, इकबाल अहमद, शाहरुख समेत कुछ अज्ञात लोग शामिल हैं।
उमेश पाल की हत्या में शामिल 4 आरोपितों को अबत क एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इनमें अतीक का तीसरा बेटा असद, शूटर उस्मान, अरबाज और मोहम्मद गुलाम शामिल हैं। इसके अलावा अतीक के परिवार की मदद करने वाले 3 आरोपितों और करीबियों के घर पर बुलडोजर भी चल चुका है। बुल्डोजर की कार्रवाई एनकाउंटर में ढेर हुए मोहम्मद गुलाम के घर पर भी हुई थी।
गुलाम के भाई ने कहा था लाश भी नहीं लेंगे
गुलाम के मकान और दुकान पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर कार्रवाई की थी। इस दौरान गुलाम के भाई ने मीडिया से कहा था कि उसने बहुत गलत किया है। यूपी पुलिस यदि उसका एनकाउंटर करती है तो हम न तो उसका चेहरा देखेंगे न ही उसकी लाश लेंगे। बता दें पुलिस को अभी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक की बहन आयशा, गुड्डू मुस्लिम समेत 6 आरोपितों की तलाश है। अतीक की पत्नी शाइस्ता भी घटना के बाद से ही फरार है।