Sunday, November 24, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजन'हुई थी कास्टिंग काउच का शिकार, इंडस्ट्री के कई बड़े नाम शामिल': मुस्लिम से...

‘हुई थी कास्टिंग काउच का शिकार, इंडस्ट्री के कई बड़े नाम शामिल’: मुस्लिम से नहीं करूँगी निकाह के बाद उर्फी जावेद का एक और खुलासा

एक्ट्रेस ने ये भी बताया कि 17 साल की उम्र में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था। इसके बाद खर्च निकालने के लिए कॉल सेंटर में भी काम किया, लेकिन वहाँ भी एक महीने से अधिक समय तक टिक नहीं सकीं। एंकर की नौकरी के लिए वो मुंबई आई थीं।

कास्टिंग काउच ये शब्द अपने आप में काफी है इसके पीड़ितों के दर्द को बयाँ करने के लिए। बॉलीवुड में कास्टिंग काउच एक ओपन सीक्रेट की तरह है, जिसके बारे में जानते सभी हैं, लेकिन उस पर कोई बात नहीं करना चाहता। लेकिन समय-समय पर इसकी शिकार हुई एक्ट्रेस सामने आकर इस घिनौने सच से पर्दा उठाती रही हैं। इसी क्रम में एक्ट्रेस उर्फी जावेद ने भी खुलासा किया है कि कैरियर के शुरुआती दिनों में उन्हें कास्टिंग काउच का शिकार होना पड़ा था।

इंडिया टुडे को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा कि हर दूसरी लड़की की तरह वो भी कास्टिंग काउच की शिकार हुई थी। एक्ट्रेस कहती हैं कि एक बार उनसे किसी ने जबर्दस्ती की थी, लेकिन वह खुद को इस बात के लिए काफी सौभाग्यशाली मानती हैं कि वो इससे बचकर निकल सकीं। एक्ट्रेस का मानना है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में पुरुष बहुत शक्तिशाली हैं। उन्हें किसी भी समय किसी को भी रिजेक्ट करने का अधिकार है। मैंने इंडस्ट्री के कुछ बड़े नामों से कास्टिंग काउच का अनुभव किया है, जिनका मैं नाम नहीं लेना चाहती।

मुंबई तक के अपने सफर के अनुभव के बारे में बताते हुए उर्फी जावेद कहती हैं कि उन्हें अपने जीवन में कई बार रिजेक्शन का अनुभव करना पड़ा है। वह कहती हैं, “मुझे अभी भी बहुत सारे रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है। जब मैं पहली बार मुंबई आई थी, तो मैं सोची थी कि मुझे इतने काम मिलेंगे कि मैं तो व्यस्त ही रहूँगी। लेकिन मुझे काम ही नहीं मिला। मुझे टीवी पर इधर-उधर छोटे-छोटे रोल मिलते हैं। मुझे ऐसा करना पड़ा क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे। रिजेक्शन मेरी जिंदगी का हिस्सा है। यहाँ तक कि कई बार डिजाइनर भी मेरे साथ काम करने से मना कर देते हैं। उन्होंने मुझे ड्रेस अप करने से मना कर दिया, क्योंकि मेरे आउटफिट्स को बहुत ट्रोल किया जाता है और उन्हें लगता है कि मैं उनके ब्रांड के लायक नहीं हूँ। ऑडिशन के दौरान भी मुझे रिजेक्ट कर दिया जाता है क्योंकि मुझे बताया जाता है कि मेरी इमेज ऐसी है जो वे अपने शो के लिए नहीं चाहते। अब जब मैं अब लोकप्रिय हूँ तो लोग मुझे स्वीकार नहीं कर रहे हैं।”

एक्ट्रेस ने ये भी बताया कि 17 साल की उम्र में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था। इसके बाद खर्च निकालने के लिए कॉल सेंटर में भी काम किया, लेकिन वहाँ भी एक महीने से अधिक समय तक टिक नहीं सकीं। एंकर की नौकरी के लिए वो मुंबई आई थीं।

उल्लेखनीय है कि उर्फी जावेद को उनके कपड़ों के कारण काफी ट्रोल किया जाता है। हालाँकि, इसको लेकर एक्ट्रेस कहती हैं कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।

कहा था मुस्लिम से नहीं करूँगी निकाह

इससे पहले एक्ट्रेस ने कहा था, “मैं एक मुस्लिम लड़की हूँ और मुझे सोशल मीडिया पर सबसे अधिक मुस्लिम लोगों द्वारा ही ट्रोल किया जाता है। वो मुझे आपत्तिजनक कमेंट करते हैं। कहते हैं कि मैं इस्लाम की छवि खराब कर रही हूँ। वो मुझसे नफरत करते हैं, क्योंकि मुस्लिम पुरुष चाहते हैं कि महिलाएँ उनके बनाए एक दायरे के भीतर ही रहें।”

उर्फी ने ये भी कहा था, “मैं कभी मुस्लिम लड़के से निकाह नहीं करूँगी। मैं इस्लाम में विश्स नहीं करती और मैं किसी भी मजहब का पालन नहीं करती, इसलिए मुझे परवाह नहीं है कि मैं किससे प्यार करती हूँ। हम जिससे चाहें उससे निकाह कर सकते हैं।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद का सर्वे करने आई टीम, घेराबंदी कर मुस्लिम भीड़ ने की पत्थरबाजी: लाठी-आँसू गैस के गोलों से पुलिस ने संभल में हालात...

रविवार को संभल की जामा मस्जिद का दोबारा से सर्वे हुआ। जैसे ही सर्वे करने के लिए टीम पहुँची इस्लामी कट्टरपंथियों ने घेराबंदी कर पत्थरबाजी शुरू कर दी।

खालिस्तानी प्रेम में पहले भारत से पंगा, अब निज्जर हत्याकांड में दे रहे क्लीनचिट: अपने ही बुने जाल में उलझे जस्टिन ट्रूडो, बचने के...

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाने वाले कनाडा के पीएम अब इससे बचने के लिए अपने अधिकारियों को बलि का बकरा बना रहे हैं।
- विज्ञापन -