पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में गो तस्करी करने के शक में भीड़ ने दो युवकों की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान बबलू मिलन और प्रकाश दास के रूप में हुई। घटना पुतिमारी फुलेसवरी गाँव में घटी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों स्थानीय निवासियों को गाँव के लोगों ने गाड़ी में पशु भरकर ले जाते देखा। जिसके बाद उन्होंने उन्हें रोका और उनसे सवाल-जवाब किए। मगर जब, दोनों युवक ग्रामीणों को अपनी बात पर विश्वास नहीं दिलवा पाए तो वहाँ मौजूद लोगों ने उन्हें मारना शुरू कर दिया और उनकी गाड़ी में आग भी लगा दी। दोनों युवकों को इस दौरान इतना मारा गया कि अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
हालाँकि, घटना की सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस थाने की पुलिस मौक़े पर पहुँची। उन्होंने गंभीर हालत में बबलू और प्रकाश को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन चोटें इतनी गहरी थीं कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। अब पुलिस इस मामले में आगे की जाँच कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से देश में गो तस्करी की समस्या बहुत बढ़ी है और इन पर लगाम लगा पाना भी असंभव होता जा रहा है। अधिकतर भीड़ हत्या के केस इसी संबंध में आते हैं, लेकिन कुछ मीडिया गिरोह के लोग इसे मजहबी एंगल देकर पेश करने लगते हैं। पहलू खान की हत्या का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
राजस्थान के अलवर और भरतपुर के पास सीमावर्ती जिले सभी गो तस्करी के मामलों में एक तिहाई जिम्मेदार माने जाते हैं। जहाँ कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारी और तस्करों की मदद से राज्य में लगातार इस अपराध को अंजाम दिया जाता हैं। इसी की तरह पश्चिम बंगाल में भी कई तादाद में पशुओं को बांग्लादेश की सीमा में भेजा जाता रहा है। लेकिन धीरे-धीरे अब सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों की सख्ती से इन आँकड़ों में कमी आई है। जिसका खुलासा खुद बांग्लादेशी मंत्री अशरफ अली ने एक बैठक में पिछले महीने किया। जहाँ उन्होंने बताया कि 4096 किमी के भारत-बांग्लादेशी बॉर्डर पर पशु तस्करी के आँकड़ों में 96% की कमी आई है।