लोकसभा चुनाव और उसके बाद तक कई राजनीतिक हिंसाओं का गवाह रहे पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के भाटपाड़ा और कांकिनारा क्षेत्र में एक बार फिर से हिंसा हुई। सोमवार (जुलाई 15, 2019) सुबह 10 बजे से अपराधियों ने कांकीनाड़ा और भाटपाड़ा के एक अस्पताल समेत विभिन्न इलाकों में बमबाजी की। इसमें कई लोग घायल हो गए। अस्पताल के सामने बम फेंकने से मरीजो में दहशत है, तो वहीं स्थानीय लोग भी इस घटना से काफी डरे हुए है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, ये हिंसा शुक्रवार (जुलाई 13, 2019) को उस वक्त शुरू हुई, जब कांकीनारा में 30 वर्षीय संदिग्ध अपराधी प्रभु शॉ की एक इनकाउंटर में मौत हो गई। प्रभु शॉ की मौत के बाद अगले दिन भाटपारा पुलिस स्टेशन के नजदीक बम फेंके गए, जिसमें 8 लोग घायल हो गए थे।
#WestBengal : राजनीतिक हिंसाओं का गवाह रहे बैरकपुर में पुलिस ने पकड़े 50 जिंदा बमhttps://t.co/a4yiNORYkP
— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) July 15, 2019
धमाके के बाद बैरकपुर पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा के नेतृत्व में रात भर इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान पुलिस को कांटापुकुर इलाके में 50 से भी ज्यादा जिंदा बम और बम बनाने का सामान मिला। पुलिस ने बमों को खाली स्थान पर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया। हालात को देखते हुए मौके पर जगदल थाने की पुलिस को अतिरिक्त बलों का सहारा लेना पड़ा और रैपिड एक्शन फोर्स का सहारा लेना पड़ा। वहाँ के मौजूदा हालात को देखते हुए स्थिति पर नियंत्रित करने के लिए धारा 144 लगा दी गई है।
वहीं, घटना से गुस्साए लोगों ने भाटपाड़ा नगरपालिका व अस्पताल में घुसकर जम कर हंगामा किया। लोगों ने काकिनारा रेलवे स्टेशन पर रेल मार्ग को अवरुद्ध कर विरोध प्रदर्शन किया। 2 घंटे से अधिक समय तक रेल अवरोध होने की वजह से बैरकपुर-नैहाटी डिवीजन में ट्रेन सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई। कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जबकि कुछ ट्रेनें देर से चलीं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस के सामने ही अपराधी बम चला रहे हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही। हालाँकि, बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के डिप्टी कमिश्नर (जोन 1) अजॉय ठाकुर ने कहा, ‘‘कुछ बदमाशों ने सोमवार को तीन जगहों पर बम फेंके लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है।’’