मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी मंगलवार (फरवरी 5, 2019) को ममता बनर्जी को चुनौती देने पश्चिम बंगाल (पुरुलिया) जाएँगे। यहाँ दोपहर 3.25 पर वह जनसभा को संबोधित करने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पश्चिम बंगाल में 3 फरवरी को दो जगहों पर जनसभा करनी थी, लेकिन वहाँ के प्रशासन से उनके हेलीकॉपटर को लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली थी। बावजूद इसके योगी ने मोबाइल की मदद से दोनों सभाओं को संबोधित किया था। इस घटनाचक्र के बाद भाजपा समर्थकों का कहना था कि ममता बनर्जी की सरकार योगी आदित्यनाथ से डर गई हैं।
इस घटना के दो दिन बाद योगी आदित्यनाथ बंगाल में रैली की तैयारी कर रहे हैं। वो झारखंड के रास्ते (रांची से बोकारो होते हुए पुरुलिया जाएँगे) पश्चिम बंगाल में घुसेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। इस राजनीतिक उठा-पटक पर उत्तर प्रदेश सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री ने तृणमूल से पूछा – हाउ इज द खौफ? यानी डर कैसा है?
एक बार फिर से बंगाल की सरकार सीएम के हेलीकॉप्टर की लैंडिग में बाधक न बन सके, इसलिए योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर झारखंड और बंगाल की सीमा स्थित बोकारो के नगेन मोड़ पर उतरेगा। यहाँ उतरने के बाद योगी सड़क मार्ग से जनसभा स्थल तक पहुँचेंगे। झारखंड में तो बीजेपी की ही सरकार है लेकिन यदि वहाँ तक पहुँचने के बाद बंगाल की सरकार ने उन्हें सभा करने की अनुमति नहीं दी तो योगी बनाम बंगाल सरकार का खबरों की सुर्खियों में आना तय है।
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल के बालुरघाट में एक रैली थी। किंतु, ममता सरकार से योगी को इसमें शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई। यहाँ तक की वहाँ की सरकार ने बिना किसी नोटिस के रैली को ख़ारिज भी कर दिया। इसके बाद वहाँ नाराज़गी का माहौल और तनातनी की स्थिति भी देखने को मिली।
इस पूरे मामले में सीएम के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने योगी की रैली को लेकर ममता सरकार पर निशाना कसा। उन्होंने कहा कि यह यूपी के सीएम की लोकप्रियता का असर है कि ममता बनर्जी ने हेलीकॉप्टर लैंड करने की अनुमति नहीं दी।
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता मुकुल रॉय ने भी इसपर खासी नाराज़गी जताई। उन्होंने बताया कि वहाँ एक रेगुलर एयरपोर्ट है, वहाँ पर हेलीकॉप्टर को लैंड करने की इज़ाजत देने में क्या परेशानी है। मुकुल ने पं. बंगाल सरकार के इस कदम को गैर-लोकतांत्रिक बताया था।