पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में ED द्वारा गिरफ्तार किए गए TMC के मंत्री पार्था चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से छापेमारी में 21 करोड़ रुपए नकद और 76 लाख रुपए के गहने बरामद हुए। इस खबर के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में अर्पिता मुखर्जी को लेकर एक कन्फ्यूजन पैदा हो गया। जिस अर्पिता मुखर्जी पर आरोप लगे हैं, वो बंगाली-उड़िया फिल्मों की अभिनेत्री और मॉडल रही हैं। उनका करियर उतना सफल नहीं रहा।
जबकि लोग गायिका अर्पिता मुखर्जी की ये समझ कर आलोचना कर रहे हैं कि वही घोटाले में फँसी हुई अर्पिता मुखर्जी हैं। यहाँ तक कि ‘टाइम्स नाउ नवभारत’, ‘आज तक’ और ‘ABP न्यूज़’ जैसे संस्थान भी चकमा खा गए और उन्होंने गायिका अर्पिता मुखर्जी की तस्वीर चला दी। हालाँकि, बाद में कुछ मीडिया संस्थानों ने इसके लिए माफ़ी भी माँगी। गायिका अर्पिता मुखर्जी ‘सारेगामापा गोल्डन वॉइस हंट’ की विजेता रही हैं और फ़िलहाल इसकी जूरी में शामिल हैं।
ट्रोल होने के बाद उन्होंने एक वीडियो के जरिए अपनी बात रखी, जिसमें उन्होंने कहा कि वो काफी परेशान और विक्षुब्ध हैं, क्योंकि सोशल मीडिया पर लोग उन्हें लेकर गलत-गलत बातें लिख रहे थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि बात क्या है। शुरू में तो उन्होंने इसे नज़रअंदाज़ किया, लेकिन उनके सारे हैंडल्स पर लोग काफी ज्यादा बातें लिखने लगे और ट्रोलिंग काफी बढ़ गई। फिर उन्होंने गूगल पर जाकर चेक किया, जहाँ उन्हें पता चला कि कोलकाता में कोई अर्पिता मुखर्जी अभिनेत्री हैं, जिनका ED के साथ कुछ समस्या हुई है।
गायिका अर्पिता मुखर्जी ने कहा, “लोग मुझे कोलकाता वाली अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी समझ कर मुझे ट्रोल कर रहे हैं। कुछ भी लिखने से पहले सोचिए कि मैं अलग अर्पिता मुखर्जी हूँ और वो अलग अर्पिता मुखर्जी हैं। मैं जहाँ बॉम्बे में रहने वाली प्रोफेशनल सिंगर हूँ, वो टॉलीवुड की अभिनेत्री हैं। ये कन्फ्यूजन इसीलिए भी हुआ, क्योंकि कुछ मीडिया संस्थानों ने मेरी तस्वीरों का प्रयोग इस घटना की खबर में कर लिया। इसीलिए, लोग समझ नहीं पाए कि कौन, कौन है।”
उन्होंने सभी मीडिया संस्थानों से अपील की कि वो अपनी गलती सुधारें और तस्वीरें डालने से पहले पहचान की पुष्टि कर लें। उन्होंने बताया कि इससे उनके करियर और प्रोफेशनल जीवन पर भी असर पड़ रहा है। हालाँकि, उन्होंने जानकारी दी कि कुछ मीडिया संस्थानों ने इस गलती को सुधारा भी है। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट लिख कर भी बताया था कि वो कोलकाता वाली अर्पिता मुखर्जी नहीं हैं, जिन्हें ED ने गिरफ्तार किया है।
अंत में बता दें कि जो घोटाले वाली अर्पिता मुखर्जी हैं, वो 2008-14 के बीच बंगाल-उड़िया फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय थीं और एक मॉडल भी रही हैं। उत्तरी कोलकाता के बेलघोरिया के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी अर्पिता काफी विलासमय जीवन जी रही थीं। पिता की मौत के बाद उनकी शादी झाड़ग्राम के एक कारोबारी से हुई थी, लेकिन उनके कोलकाता लौटने के बाद इस शादी का क्या हुआ, इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता। अर्पिता मुखर्जी का अपना प्रोडक्शन हाउस भी है। पिता सरकारी नौकरी में थे, ऐसे में उनकी मौत के बाद भी अर्पिता ने सरकार नौकरी ठुकरा दी थी।
2008 में जीत के साथ उनकी फिल्म ‘पार्टनर’ और प्रोसेनजीत चटर्जी के साथ 2009 में ‘Mama Bhagne’ आई थी। 2019-20 में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा कमिटियों में से एक ‘नकतला उदयन संघ’ ने उन्हें अपने प्रमोशनल अभियान का चेहरा बनाया था। उन्होंने इसमें पैसे भी लगाए थे। 2004 में उन्होंने अपना मॉडलिंग करियर शुरू किया था। उन्होंने प्रसेनजित की ‘Bangla Banchao’ फिल्म में भी काम किया। 2011 में वो ‘The Bhoot of Roseville’ और ‘Bidehir Khonje Rabindranath’ में दिखी थीं।