Monday, December 23, 2024
Homeसोशल ट्रेंड'भारतीय उत्पादों का बहिष्कार हो, एक्शन ले इस्लामी मुल्क': असम हिंसा पर मध्य-पूर्व के...

‘भारतीय उत्पादों का बहिष्कार हो, एक्शन ले इस्लामी मुल्क’: असम हिंसा पर मध्य-पूर्व के इस्लामवादी कर रहे प्रोपेगेंडा

"खाड़ी में 30 लाख से अधिक हिंदू हैं। वे अरबों डॉलर भारत भेजते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन भारत में हमारे भाइयों को सिर्फ इसलिए क्यों मारा जा रहा है क्योंकि वे मुसलमान हैं?"

असम के दर्रांग जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हुई हिंसा को लेकर मध्य-पूर्व के इस्लामवादियों ने एक टारगेट प्रोपेगेंडा कैंपेन शुरू किया है। आरोप लगाया जा रहा है कि भारत में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है।

असम की घटना का हवाला दे कुछ लोग हिंदुओं के बहिष्कार की माँग करते हुए अन्य इस्लामी देशों से भारत के खिलाफ एकजुटता की अपील कर रहे हैं। ICESCO के पूर्व महानिदेशक, ए. अलवाजिरी (A. Altwaijri) ने ट्वीट कर नरेंद्र मोदी की हिंदू सरकार पर मुसलमानों को एक सोची समझी नीति के अनुसार प्रताड़ित और बदसलूकी का आरोप लगाया है।

साभार: ट्विटर

एक अन्य व्यक्ति ने ट्विटर पर कहा कि जब तक ‘मुसलमानों की हत्या’ बंद नहीं हो जाती, तब तक इस्लामी देशों को भारत के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर नहीं करना चाहिए।

साभार: ट्विटर

अब्दुल रहमान अल-नासर ने भारत के खिलाफ इसी तरह के दुष्प्रचार के लिए दर्रांग हिंसा का इस्तेमाल किया। उसने कहा, “खाड़ी में 3 मिलियन (30 लाख) से अधिक हिंदू हैं। वे अरबों डॉलर भारत भेजते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन भारत में हमारे भाइयों को सिर्फ इसलिए क्यों मारा जा रहा है क्योंकि वे मुसलमान हैं?”

साभार: ट्विटर

ट्विटर पर 65,000 से अधिक फॉलोअर्स वाले अल-मुतैरी नाम के एक शख्स ने कहा कि इस्लामिक देशों को भारत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक साथ आना चाहिए। उसने कहा, “भारत में मुसलमानों के साथ जो हो रहा है, उसके बारे में लगातार खबरें आ रही हैं। ऐसे में इस्लामिक देशों और मानवाधिकारों का समर्थन करने वाले सभी लोगों को भारत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एकजुट होना होगा।”

साभार: ट्विटर

अन्य लोग भी भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान कर रहे हैं।

साभार: ट्विटर

भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में जुटे मध्य-पूर्व के इस्लामवादी दर्रांग हिंसा की सच्चाई को आसानी से नज़रअंदाज कर रहे हैं। वहाँ अतिक्रमण अभियान को लेकर पुलिस पर उन्मादी भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद कई लोगों को जान गँवानी पड़ी। वहीं कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्थानीय मुसलमानों के साथ बातचीत बाद ही अतिक्रमण अभियान चलाया गया था। लेकिन बाद में भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिससे उन्हें आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। मामले की न्यायिक जाँच जारी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -