बाल्टीमोर का फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज मंगलवार (26 मार्च, 2024) को तब ध्वस्त हो गया जब एक कंटेनर जहाज इसके एक पिलर से टकरा बैठा। इसके वीडियो भी सामने आए, जिनमें देखा जा सकता है कि कंटेनर शिप में आग लगी हुई है। वीडियो में ये भी देखा जा सकता है कि ऊपर का पुल हिलता है, टुकड़ों में बँट जाता है और फिर पानी में गिर जाता है। बाद में पता चला कि इस जहाज के क्रू में सभी 22 सदस्य भारतीय थे। स्थानीय पायलट्स इसे बाल्टीमोर बंदरगाह से दूर लेकर जा रहे थे।
हालाँकि, जैसे ही ये सामने आया कि जहाज के क्रू में सभी भारतीय सदस्य हैं, सोशल मीडिया पर नस्लवादी टिप्पणियाँ शुरू हो गईं। GBH रेमिलियो नामक शख्स ने लिखा कि वास्तव में भारत ने ही इस पुल को ध्वस्त किया है।
वहीं एक अन्य यूजर ट्रेवोर सटक्लिफ ने लिखा, “जिस जहाज ने बाल्टीमोर के महत्वपूर्ण पुल को ध्वस्त किया, ऐसा लगता है कि वो अधिकतर हिन्दू क्रू की ही भर्ती करती है। हालाँकि, जब जहाज पुल से टकराया तब शायद एक स्थानीय पायलट भी काम पर था। फिर भी जिम्मेदारी शिप के कैप्टन की ही होगी।” उसने कंपनी के ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर शेयर की, जिसमें क्रू के होली खेलने की जानकारी दी गई थी। साथ ही इसे विविधता का अंश बता कर पेश किया गया था।
पाकिस्तानी भी इसमें पीछे नहीं रहे। पाकिस्तानी हैंडल FM1947PAK ने इसे एक अलग ही दिशा दे दी। उसने लिखा, “मैं ये जान कर हैरान हूँ कि भारत ने अमेरिका की मुख्य भूमि पर हमला किया है। इसके लिए बाल्टीमोर ब्रिज को आत्मघाती बम हमले के तहत ध्वस्त कर दिया गया है। मैं आशा करता हूँ कि राष्ट्रपति जो बायडेन इसका वैसे ही जवाब देंगे जैसा तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने 9/11 का दिया था।”
वहीं लॉरेन विंट्जके ने भारतीयों को ‘पजीत’ कह कर संबोधित किया। उसने दावा किया कि भारतीयों ने उस पुल का चूरन बना दिया, जिसे अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले व्यक्ति के नाम पर जाना जाता था। उसने इस घटना के जरिए भविष्य को लेकर भी आशंका जताई।
एक अन्य फॉक्सफोर्ड कॉमिक्स नामक सोशल मीडिया हैंडल ने एक फर्जी AI वीडियो के जरिए दावा किया कि पुल के टकराने से पहले कुछ ऐसा हुआ होगा। इसमें भारतीयों के लड़ने का ऑडियो डाला गया। साथ ही कुछ लोगों को बेचैन मुद्रा में दिखाया गया।
Last known recording from inside the Dali moments before impact pic.twitter.com/Z1vkc828TY
— Foxford Comics (@FoxfordComics) March 26, 2024
एक अन्य ट्वीट में DiogenestheD0G नामक यूजर ने सिखों को निशाना बनाया। उसने एक सिख पायलट की कार्टून वाली तस्वीर शेयर की।
भले ही नस्लवाद के कारण इस दुर्घटना के कारण भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा हो, लेकिन वो भारतीय ही थे जिन्होंने स्थानीय प्रशासन को पॉवर आउटेज को लेकर त्वरित रूप से आगाह किया। इससे कई जानें बचीं। इसके बाद अन्य गाड़ियों को पुल की तरफ आने से समय रहते रोका जा सका। ‘Dali’ नामक ये जहाज श्रीलंका के कोलम्बो के लिए निकला था और इस पर सिंगापुर का झंडा था। बिजली चली जाने की वजह से जहाज कंट्रोल से बाहर हुआ था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने भी भारतीय क्रू की तारीफ की है और कहा है कि त्वरित सूचना के कारण ब्रिज को शटडाउन किया गया और कई जानें बचीं। मैरीलैंड डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन को इस बारे में त्वरित सूचना दी गई थी। इसके बाद ट्रैफिक को बंद कर दिया गया। जो बायडेन ने स्पष्ट कहा कि ये एक त्रासद दुर्घटना है, जाँच में कुछ भी ऐसा सामने नहीं आया है कि कुछ भी जानबूझकर किया गया हो। वहीं स्थानीय गवर्नर ने क्रू को हीरो बताया है।