Sunday, November 17, 2024
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भगवान श्रीराम से लेकर गोधरा तक का मजाक उड़ाने वाले मुनव्वर फारूकी ने बताया हिंदुओं को ‘भेड़ों की नस्ल’: शिकायत दर्ज

कई शिकायतों के बाद भी जब फारूकी पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो उसकी हिम्मत और बढ़ गई। नतीजतन ये दोबारा यूट्यूब पर आया और इस बार एक नए अंदाज में उन लोगों का मजाक बनाया जो उसके ख़िलाफ़ थे। उसने इस वीडियो में उन लोगों (मुख्यत: हिंदुओं) को 'भेड़ों की नस्ल' बताया। साथ ही कहा कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

स्टैंड-अप कॉमेडी के नाम हिंदू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणियाँ करने वाले मुनव्वर फारूकी के ख़िलाफ़ एक बार फिर एफआईआर करवाने की तैयारी है। हालाँकि, अभी ये एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। लेकिन उसके ख़िलाफ़ शिकायत दायर करवा दी गई है।

दिल्ली के किशनगढ़ थाने में पेन ऑफ धर्म के एडमिन शिवम रावत नाम के युवक ने फारूकी के खिलाफ़ ये शिकायत दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में उन्होंने मुनव्वर फारूकी समेत मुंबई स्थित ‘द हैबीटेट- कॉमेडी एंड म्यूजिक कैफे’ पर भी एफआईआर दर्ज करने की अपील की है।

उनका कहना है कि कुछ समय पहले जब फारूकी की वीडियोज वायरल होना शुरू हुईं थी, तब कई एक्टिविस्टों ने इस मामले को उठाया था। चारों ओर से आलोचना और निंदा को देखते हुए उस वीडियो से विवादित पार्ट को हटा दिया गया और यूट्यूब पर वीडियो मौजूद रही।

शिकायत की कॉपी
शिकायत की कॉपी

कई शिकायतों के बाद भी जब फारूकी पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो उसकी हिम्मत और बढ़ गई। नतीजतन ये दोबारा यूट्यूब पर आया और इस बार एक नए अंदाज में उन लोगों का मजाक बनाया जो उसके ख़िलाफ़ थे। उसने इस वीडियो में उन लोगों (मुख्यत: हिंदुओं) को ‘भेड़ों की नस्ल’ बताया। साथ ही कहा कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। आगे वो आगे नेटफ्लिक्स पर भी आएगा। लोगों ने उसके ख़िलाफ़ शिकायत करके बस उसे फेमस किया है।

शिवम मानते हैं कि फारूकी को अब ये लगने लगा है कि वो कुछ भी बोलेगा लेकिन उसके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं होगी।

शिवम बेंगलुरु में हुई हिंसा की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, “हम ऐसी हरकतों का विरोध उस तरह नहीं करेंगे जैसे पिछले दिनों हमने देखा, जहाँ पुलिस थानों को जलाया गया, शहर पर हमला किया गया, सार्वजनिक संपत्तियों को आग लगाकर शहर को दाव पर लगा दिया गया। लेकिन, हम ये जानते हैं कि इन लोगों को कैसे सबक सिखाया जाएगा। हमारे पास न्यायव्यवस्था है, कानून है और हम उसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसीलिए मैंने मुनव्वर फारूकी और उस हैबीटेट क्लब के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करवा दी है।”

शिवम का कहना है कि ये शिकायत दर्ज करवाने में उन्हें कई थानों से लेकर साइबर सेल के चक्कर लगाने पड़े। कोई भी इस संबंध में एफआईआर दर्ज करने को तैयार नहीं था। लेकिन लगातार प्रयासों, दबाव, और 5-7 घंटे के इंतजार के बाद शिकायत को दर्ज कर लिया गया।

कंप्लेन नंबर मिलने के बाद अब वह लगातार कोशिश कर रहे हैं कि मुनव्वर फारूकी को उसके कृत्य के लिए जेल में डाला जाए। वे कहते हैं कि फारूकी ने भगवान के बारे में असंवेदनशील टिप्पणियाँ कीं जो किसी भी रूप में बर्दाश्त योग्य नहीं है। इसके अलावा उन्होंने गोधरा कांड में भी फारूकी की टिप्पणी का जिक्र किया। जहाँ उसने कारसेवकों के मरने का मजाक बनाया था।

वह अकरम हुसैन के केस का जिक्र करते हुए कहते हैं कि ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो सकती है, अगर हम कदम उठाएँ। अगर हम शिकायत करेंगे तो एक आशा रहती है कि इनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई होगी और इन्हें जेल में डाला जाएगा।

यूट्यूब चैनल पेन ऑफ धर्म पर पूरे मामले के बारे बताते हुए शिवम कहते हैं कि अगर हम लोग शिकायत नहीं दर्ज करवाएँगे, तो सोशल मीडिया एक्टिविजम केवल एकतरफा होता है, वो भी एक निश्चित समय के लिए। हमें लगता है कि जंग जीत ली गई। लेकिन सच ये होता है कि सोशल मीडिया पर शुरू हुई ऐसी जंग एक शुरूआत होती है, अंत नहीं। वहाँ सक्रियता दिखाना जरूरी है। मगर, हकीकत में हमें उससे आगे निकलना होगा। ताकि ऐसे लोगों को पता चल सके कि अगर वह कुछ गलत करेंगे तो उन्हें परेशानी झेलनी पड़ेगी। इसलिए उन्होंने इस फारूखी के अलावा उस जगह पर भी शिकायत करवाई है जहाँ उसने कॉमेडी की।

पेन ऑफ धर्म (Pen of dharma) नाम के इस प्लेटफॉर्म के जरिए प्रयास किया जा रहा है कि हिंदुओं में अपनी संस्कृति, सभ्यता के प्रति जागरूकता फैले और मुनव्वर फारूकी जैसे लोगों की पोल खुले। पेन ऑफ धर्म के एडमिन शिवम रावत बताते हैं कि वह आगे भी ऐसे कार्यों को जुझारू रूप से करते रहेंगे। उनका प्रयास यही है कि इस तरह के कृत्य करने वालों सजा दिलवाई जाए।

समाज के अन्य लोगों को भी आगे आकर इस तरह के गंदे मानसिकता वाले लोगों पर, जो कॉमेडी के नाम पर धार्मिक वैमनस्यता फैलाने तथा हिन्दू धर्म और आस्था पर अपमानजनक टिप्पणी करने की हिमाकत करते हैं, ऐसे टुटपुँजिया जोकरों के खिलाफ, जागरूक लोगों को कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। तभी ऐसों का मनोबल टूटेगा और ये ऐसा कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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