Tuesday, September 17, 2024
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‘ओझा तो भई बोझा है’: कहाँ हैं IAS सपनों के सबसे बड़े सौदागर विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा, तीन साथियों के डूब मरने के बाद छात्र खोज रहे

दृष्टि IAS कोचिंग संस्थान के मुखिया विकास दिव्यकीर्ति और इतिहास पढ़ाने वाले शिक्षक अवध ओझा पर सबसे अधिक प्रश्न उठाए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनकी ही रील्स और वीडियो UPSC के संबंध में सबसे अधिक वायरल होती हैं। इनके खिलाफ राजेन्द्र नगर के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अभियान चल रहा है।

दिल्ली के राजेन्द्र नगर में 24 जुलाई, 2024 को RAU UPSC कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में डूबने के कारण तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद इस इलाके में रहने वाले UPSC की तैयारी करने वाले छात्र आक्रोशित हैं। वह पुलिस प्रशासन के साथ ही उन शिक्षकों और कोचिंग संस्थान मालिकों के मौन पर भी प्रश्न उठा रहे हैं जो लगातार हर मुद्दे पर अपना ज्ञान बघारते हुए मिलते हैं।

दृष्टि IAS कोचिंग संस्थान के मुखिया विकास दिव्यकीर्ति और इतिहास पढ़ाने वाले शिक्षक अवध ओझा पर सबसे अधिक प्रश्न उठाए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनकी ही रील्स और वीडियो UPSC के संबंध में सबसे अधिक वायरल होती हैं। इनके खिलाफ राजेन्द्र नगर के साथ ही सोशल मीडिया पर भी छात्र अभियान चला रहे हैं।

ऐसी ही एक एक्स (पहले ट्विटर) पोस्ट में अवध ओझा और दिव्यकीर्ति के विरुद्ध बनाई गई एक कविता पोस्ट की गई है। कविता में अवध ओझा को निशाने पर लेते हुए लिखा गया, “ओझा तो भई बोझा है। ज्ञान झाड़ के सोता है।” विकास दिव्यकीर्ति को लेकर लिखा गया, “विकास ने बस खुद विकास किया, माफिया ने कोचिंग का व्यापार किया।”

विकास दिव्यकीर्ति पर प्रश्न उठाने वाले छात्र उनकी ही कही गई लाइनों को उन पर निशाना साधने के लिए उपयोग में ला रहे हैं। विकास दिव्यकीर्ति ने UPSC परीक्षा में सफलता ना पाने के डर को लेकर छात्रों को तजुर्बा लेने की सलाह कुछ वर्षों पहले दी थी। अब छात्र उसी लाइन को लेकर उनके खिलाफ हैं।

विकास दिव्यकीर्ति के “क्यों डरे कि जिन्दगी में क्या होगा, कुछ नहीं होगा तो तजुर्बा होगा” वाली लाइन की तख्ती लेकर उनके दृष्टि कोचिंग संस्थान और घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और उनसे इस विषय पर बोलने की माँग कर रहे हैं। छात्र कई दिनों से यहाँ बैठे हुए हैं।

गौरतलब है कि राजेन्द्र नगर में हुई घटना के बाद सभी कोचिंग संस्थान पर जाँच चल रही है। इस जाँच में विकास दिव्यकीर्ति का संस्थान दृष्टि को भी नियमों का उल्लंघन करके बेसमेंट में चलते पाया गया गई था। इसके बाद इसे सील कर दिया गया था। तबसे ही छात्र हर मुद्दे पर बोलने वाले विकास दिव्यकीर्ति से प्रश्न पूछ रहे हैं।

UPSC अभ्यर्थियों को अपने छात्र जीवन में गुंडई की कहानियाँ सुनाने वाले इतिहास के शिक्षक अवध ओझा को भी छात्र ढूंढ रहे हैं। अवध ओझा लगातार सोशल मीडिया पर छात्रों से शक्ति पैदा करने और राजा वाली क्वालिटी लाने की अपील करते देखे जाते हैं। अब उनको छात्र ढूंढ रहे हैं।

छात्रों का आरोप है कि UPSC के नाम पर कमाई करने वाले शिक्षक संकट की घड़ी में ना उनके साथ खड़े हो रहे हैं और ना ही उनकी आवाज उठा रहे हैं।

हालाँकि छात्रों के बीच शिक्षिका तनु जैन पहुँची हैं।

इस बीच विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा का कोई नया बयान सामने नहीं आया है। यहाँ तक कि उन्होंने कोचिंग संस्थान की लापरवाही के कारण काल के गाल में समाने वाले छात्रों के प्रति संवेदना भी नहीं जाहिर की है। इस कारण दूसरे छात्रों का गुस्सा और भड़क रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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