अयोध्या में आज इतिहास रच गया है। वर्षों तक अदालत में मामला चलने के बाद आज (5 अगस्त, 2020) अयोध्या में प्रधानमंत्री ने राममंदिर की आधारशिला रख दी है। पूजा विधिवत सम्पन्न हो चुकी है। अयोध्या को दीया और फूलों से सजाया गया है। आज का दिन दीपावाली से कम नहीं है।आज जब पूरी दुनिया राम की भक्ति में डूबी हुई है और उत्साह के साथ जश्न मना रही है, ऐसे में समाज का एक विशेष वर्ग इस पावन पर मातम मना रहा है।
आज रामजन्म भूमि के शिलान्यास के शुभ मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग सोशल मीडिया के जरिए #ReturnBabriLandToMuslims, #5AugustBlackDay और #BabriZindaHai जैसे ट्रेंड चला कर समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
जैसा कि अपेक्षित था, कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने भूमिपूजन के दौरान ट्विटर पर जहर उगलना शुरू कर दिया है। वे रामजन्म भूमि निर्माण स्थल पर हुए भूमिपूजन को सेक्युलरिज्म की हत्या करार दे रहे हैं।
इससे पहले राम जन्मभूमि के फैसले के बाद दुख मना रहे अली सोहराब ने ट्वीटर के जरिए लोगों को बरगलाया था। जिसके लिए उन्हें 48 घंटे के पुलिस रिमांड पर भी भेजा गया था। वहीं अब उसी अली सोहराब, ने फर्जी न्यूज पेडलर के माध्यम से तमाम नफरत भरे ट्वीट्स को हैशटैग के साथ पोस्ट किया है। जैसे कि-: 5AugustBlackDay #ReturnBabriLandToMuslims and #BabriZindaHai
“सेक्युलरिज़्म” का जनाजा।तो कबका निकल चुका है आज केवल “सेक्युलरिज़्म” की लाश को दफन कर दिया जाएगा!
— काकावाणी 2.0 (@007AliSohrab) August 5, 2020
Cc: सभी “सेक्युलर” अब्दुल्लाह#5AugustBlackDay pic.twitter.com/ZHu4IjJTel
4 बात हमेशा याद रखी जायेंगी,।
— خواب زادی🍁💞 (@SadquaManzoor) August 5, 2020
1, मुर्तियां मस्जिद में गेर_कानूनी तौर पर रखीं गई थीं
2,1949 तक बाबरी_मस्जिद में नमाज हूई है
3, मन्दिर तोड़ कर मस्ज़िद नहीं बनाई गई
4, मस्ज़िद गेर_क़ानूनी तोड़ पर शहीद की गई।
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला जरूर दया है इंसाफ नहीं,।#BabriZindaHai pic.twitter.com/NcUYKVuNv1
Constitution of India and democracy will be buried under the Ram Temple. #BabriZindaHai pic.twitter.com/ZzoAno6N0Y
— Gabbar (@Gabbar0099) August 5, 2020
अली सोहराब इतने भड़क गए कि उन्होंने राम मंदिर भूमि पूजन को “आतंकवाद का कार्य” तक कह दिया।
Those who’re celebrating #AyodhyaBhoomipoojan are actually celebrating this act of terrorism when Babri was demolished in 1992.#BabriZindaHai pic.twitter.com/QMRzeEY2BO
— Md Asif Khan (@imMAK02) August 5, 2020
#BabriZindaHai
— Umair Ahmad Al Qasmi (@UmairAhmadAzmi1) August 5, 2020
This terrorism in the name of religion … A temple was built on the site of the mosque. The world will never forget it !! #BabriZindaHai pic.twitter.com/prN8wMLmh7
इसके अलावा तथाकथित पत्रकार ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि अपने आप को अल्पसंख्यकों का मसीहा कहने वाले कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो ने भी भूमिपूजन का विरोध नहीं किया। बल्कि ये लोग उल्टा राम मंदिर के समर्थन में लिख रहे हैं।
These are the torchbearers of secularism in this country.
— Md Asif Khan (@imMAK02) August 5, 2020
Shamelessly celebrating Injustice to minority and pandering to Majoritarianism.
Shove your “saffron secularism” up where the sun doesn’t shine.#5thAugustBlackDay #BabriZindaHai #Ayodhya pic.twitter.com/0jQYcvyvks
इसी तरह, अन्य मुस्लिम कट्टरपंथी भी यह मानने से इनकार कर रहे कि राम जन्मभूमि पर बने अवैध ढाँचे यानी बाबरी मस्जिद का कई समय पहले ही विध्वंस हो चुका है। कट्टरपंथी यह बात पसंद करे या नहीं, लेकिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर अब एक वास्तविकता है, जिसे नकारा नहीं जा सकता।
Building Ram Temple in Babri Land is unconstitutional and injustice.#ReturnBabrilandtoMuslims#BabriZindaHai #BabriMasjidAwaitsJustice pic.twitter.com/nowvUBKnHC
— Aqib (@Aqib_mahammad) August 5, 2020
भारतीय लोकतंत्र में 5 अगस्त को काला दिन मानने वाले यह इस्लामी इस बात विश्वास कर रहे हैं कि एक दिन ऐसा आएगा जब बाबरी मस्जिद को दोबारा से बनाया जाएगा।
5 August, Black Day for Muslims community. This is only and only discrimination with Muslims. “Phir se azaan hogi phir se namaaz hogi Inshallah” Black Day for Indian constitution.#BabriMasjidAwaitsJustice #BabriMasjid #BabriZindaHai pic.twitter.com/JmJtVDF6Ga
— Faizan Ansari (@FaizanA61372714) August 5, 2020
5 August, Black Day for Muslims community. This is only and only discrimination with Muslims. “Phir se azaan hogi phir se namaaz hogi Inshallah” Black Day for Indian constitution.#BabriMasjidAwaitsJustice #BabriMasjid #BabriZindaHai pic.twitter.com/VQNPrQUCpO pic.twitter.com/IEAOD5Rfdy
— Akram Ali (@AkramAli9818) August 5, 2020
Today is the darkest day We must remember that the Supreme court called the destruction of the Masjid a grave injustice
— 𝐌𝐎𝐇𝐀𝐌𝐄𝐃 𝐀𝐁𝐁𝐀𝐒 (@MOHAMED01817998) August 5, 2020
God willing then God willing, if not us, then our generations will surely see the day when you will be built in your place with glory!#BabriZindaHai @muftimenk pic.twitter.com/xZAmtee8J0
खैर, अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन हो चुका है। इस्लामवादी कट्टरपंथी मानसिकता वाले लोग इससे खुश हो या दुखी राम मंदिर की निरपेक्षता निर्विवाद है। बता दें, राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की लड़ाई पाँच सौ शताब्दियों तक चली।
यह उस सपने की पूर्ति है जो हिंदू पीढ़ी द्वारा पीढ़ी-दर-पीढ़ी पोषित किया गया है। इस पवित्र भूमि पर बने राममंदिर को सदियों पहले मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था।