इजरायल-फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने खुद को मानवता का समर्थक बताते हुए बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर निशाना साधा है।
दरअसल, इरफान ने 11 मई को फिलिस्तीन के समर्थन में ट्वीट करते हुए लिखा था, ”अगर आपमें जरा भी मानवता है तो फिलिस्तीन में जो हो रहा है आप उसका समर्थन नहीं करेंगे।” #SaveHumanity’
If you have even slightest of humanity you will not support what’s happening in #Palestine #SaveHumanity
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) May 10, 2021
इसके बाद कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में विधायक दिनेश चौधरी का एक ट्वीट शेयर किया था, जिसमें कहा गया था, ”इरफान पठान को दूसरे देश से तो इतना लगाव है लेकिन खुद के देश में बंगाल पर एक ट्वीट नहीं कर पाए।”
इरफान ने खुद को बताया ‘मानवता’ का समर्थक, कंगना पर साधा निशाना
कंगना की इसी पोस्ट के जवाब में इरफान पठान ने खुद को मानवता का समर्थक बताते हुए कंगना को नफरत फैलाने वाला करार दिया।
इरफान ने लिखा, मेरे सभी ट्वीट या तो मानवता या देशवासियों के लिए होते हैं, एक ऐसे व्यक्ति के दृष्टिकोण से जिसने भारत का उच्चतम स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है। इसके विपरीत मुझे कंगना जैसे लोग मिलते हैं, जिनके अकाउंट नफरत फैलाने के लिए सस्पेंड हो जाते हैं और कुछ अन्य पेड अकाउंट भी केवल नफरत के होते हैं। #planned
All My tweets are either 4 humanity or countrymen, from a point of view of a guy who has represented India at d highest level. On d contrary counters I get from ppl like Kangna who’s account get dismissed by spreading hate n some other paid accounts are only about hate. #planned
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) May 13, 2021
आपको बता दें कि बंगाल विधानसभा के चुनावी नतीजों के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हिंसा पर बोलने के लिए ट्विटर ने अपने ‘नियमों के उल्लंघन’ का हवाला देते हुए कंगना रनौत का अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।
‘प्रे फॉर फिलिस्तीन’ का समर्थन कर घिरे इरफान
कई यूजर्स ने इरफान से केवल फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े होने के दोहरे रवैये को लेकर सवाल उठाए जबकि इस संघर्ष में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले में कई इजरायली नागरिक भी मारे गए हैं, जिनमें से एक भारत की सौम्य संतोष भी हैं।
वहीं कुछ यूजर्स ने इरफान से बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर चुप रहने और फिलिस्तीन के लिए बोलने पर भी सवाल उठाए।
11 मई से जारी इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में दोनों पक्षों के लोगों के मारे जाने की खबरें हैं।